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पीयूसीएल की जांच रिपोर्ट पर मानवाधिकार आयोग ने लिया संगयान जहरीली शराब से6 मजदूरों की मौत के मामले में, राज्य मानवाधिकार आयोग ने सीतामढ़ी के डीएम-एसपी से 8 सप्ताह के अंदर की रिपोर्ट तलब, नेताओं के आश्वासन के बावजूद भी पीड़ित परिवार को नहीं मिला न्याय

डीके अकेला का रिपोर्ट


बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग ने सीतामढ़ी के डीएम और एसपी से मांगी रिपोर्ट। जहरीली शराब पीने से सीतामढ़ी के बाजपट्टी प्रखंड के 6 मजदूरों की मौत 17- 18 नवम्बर 2023 को हुई थी। बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग ने केस नम्बर 2054/4/56/2024 में सीतामढ़ी के डीएम और एसपी से 8 सप्ताह में रिपोर्ट तलब किया है। यह मामला 17-18 नवम्बर 2023 की है जिसमें बाजपट्टी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत बाजोपट्टी नरहा पंचायत के सोनमनी टोल ,बाबू नरहा तथा नरहा कला गांव में जहरीला शराब पीने से 6 मजदूरों की मौत हुई थी। इस सम्वेदनशील घटनाक्रम को लेकर मानवाधिकार संगठन लोक स्वातंत्र्य संगठन ( पीयूसीएल ) के जांच टीम ने जांच-पड़ताल किया था। पीयूसीएल के जांच टीम ने जांच रिपोर्ट को बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग के पास दिया था।साथ ही पीयूसीएल ने अपने अनुशंसा में मद्धनिषेध कानून को सख्ती से पालन करने तथा लापरवाह पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को कङी फटकार लगाते हुए न्यायोचित कारवाई करने की मांग की थी।
मृत 6 मजदूरों, 6 विधवाओं और 16 अनाथ बच्चों के शिक्षा एवं जीवन यापन के लिए समुचित आर्थिक सहयोग करने के साथ लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग पीयूसीएल ने किया था। पीयूसीएल के जांच टीम में बिहार प्रदेश के अध्यक्ष आनन्द किशोर, ब्रज मोहन मंडल, जिलाध्यक्ष राम प्रमोद मिश्र, अधिवक्ता हरि ओम शरण नारायण और जलंधर यदुवंशी शामिल थे।उक्त घटना के तुरंत बाद उस समय के विपछी नेता विजय कुमार सिन्हा के साथ पूर्व मंत्री प्रेम कुमार, रामसूरत राय, विधायक गायत्री देवी ,मिथिलेश कुमार अनिल राम समेत अन्य नेताओं की टीम ने पीड़ित परिवार से मिला था तथा उचित न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। मृतक परिवारों को 4-4 लाख रुपए दिलाने के लिए सदन से लेकर सङक तक उठाने की बात की थी। लेकिन उन्होंने मात्र नकली सेहरा लेने का ही प्रयास किया। वास्तविकता से कोसों दूर रहे।