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समाज सेवी व पत्रकार अनिल कुमार मिश्र ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री,बिहार को लिखा पत्र

औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा

सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री महोदय,
बिहार प्रदेश, पटना (बिहार)

द्वारा :- श्रीमान जिला पदाधिकारी महोदय,
औरंगाबाद (बिहार)
महोदय
बिहार में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु मुख्यमंत्री की पहल/सोच, जारी आदेश व दिशा निर्देश को ” बिहार प्रदेश के औरंगाबाद जिले का कुटूम्बा विधान सभा क्षेत्र में ” भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ा दिया गया हैं और अनैतिक धनोपार्जन की चाहत में उद्देश्यों से भटक चुके बिजली विभाग के क्षेत्रीय संबंधित अधिकारियों , ठेकेदार, बिजली मिस्त्री द्वारा बिजली की आपूर्ति को बाधित कर निर्वाधगति से उपभोक्ताओं को शोषण करने तथा सरकारी राजस्व को क्षति पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है तथा सभी संसाधन मौजूद रहने के बावजूद भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनमानस के बीच बदनाम करने का काम किया जा है।

महोदय,
बिहार प्रदेश के औरंगाबाद जिले का बिजली सब डिविजन ऑफिस नवीनगर एवं विद्युत उपकेंद्र हरदत्ता के संबंधित अधिकारियों, बिजली मिस्त्री ,क्षेत्रिय ठेकेदार तथा इनसे जुड़े बिचौलियों द्वारा अनैतिक धन उपार्जन की चाहत में उपभोक्ताओं के साथ जारी जुल्म, बिजली को बाधित कर सरकारी राजस्व क्षति पहुंचाना तथा उपभोक्ताओं से अनैतिक रूप से रिश्वत राशि की वसूलनी करना , बिजली की कनेक्शन तुरंत चालू करा देने,जले हुए ट्रांसफार्मर को एकदिन में बदलवा देने तथा बाधित बिजली को तुरंत चालू करा देने के नाम पर करोड़ों की अनैतिक धन अर्जित करने से संबंधित मामले की जांच राज्यहित एवं जनहित में अति आवश्यक है।
अत: पदीय शक्ति का दुरूपयोग कर बिहार- सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बदनाम करने वाले बिजली विभाग के संबंधित क्षेत्रीय अधिकारियों, ठेकेदार, बिजली मिस्त्री तथा इनसे जुड़े बिचौलियों के विरुद्ध गहन जाँच व समीक्षा के उपरांत घटनाओं की पुनरावृत्ति पर रोक लगाने हेतू विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई करने की कृप्पा प्रदान की जाय इस कृप्पा कार्य के लिए आवेदक श्रीमान का अभारी रहेगा

मांग पत्र
अत: घटनाओं की पुनरावृत्ति पर रोक लगाने हेतू माँग पत्र निम्नवत हैं, जो निम्न प्रकार हैं :-

(01) एक ही घर में एक भाई (उपभोक्ता) के घरो पर बिजली का मिटर लगाना,
और दुसरे भाई (उपभोक्ता) को एक केवी के लोड़ पर बिजली की चोरी का छूट देना, गहन जांच का विषय है।

(02) मीटर लगे घरों में उपभोक्ताओं को बिजली की खप्त से दो से तिन गुणा अधिक बिजली बिल भेजकर अनैतिक रूप से उपभोक्ताओं को परेशान करना तथा फिफ्टी- फिफ्टी (आधेआध ) के बंटवारे पर मिटर को बदल देना या बिजली बिल को माफ कर देना या कराने का सुझाव देना, गहन जांच का विषय है।

(03) कुटुंबा विधानसभा क्षेत्रों में छोटे-छोटे व्यवसायिक , मिलर्स को बिजली की चोरी का छूट/ आजादी देकर अनैतिक रूप से रिश्वत राशि की वसूली करना , गहन जांच का विषय है।

(04) विभिन्न गांवो में बिजली की चोरी करने की आजादी/ छूट देकर गाँव के गाँव बिजली का चोरी करना और बदले मे रिश्वत राशि की वसूली करना, गहन जांच का विषय है।

(05) मुंँह मांगी रिश्वत राशि नहीं देने वाले ग्रामीणों के विरुद्ध छापामारी करना, उनसे रिश्वत राशि को लेकर छोड़ देना, मुंह मांगी रिश्वत नहीं देने वाले पर प्राथमिकी को दर्ज करना, गहन जांच का विषय है।

(06) बिजली की कनेक्शन में विलंब होने पर बिजली का कनेक्शन तुरंत चालू करा देने के नाम पर रिश्वत राशि की वसूली करना तथा पैसे लेकर बिजली कनेक्शन को तुरंत चालू करा देना , रिश्वत नहीं देने वाले को अनैतिक रुप से परेशान करना तथा बिजली का कनेक्शन/ सप्लाई नहीं देना,गहन जांच का विषय है।

(07) बिजली की चोरी पर रोक लगाने की जगह उपभोक्ताओं द्वारा खप्त बिजली के बदले में प्राप्त होनेवाले राजस्व का मूल्यांकन के बराबर में बिजली का सप्लाई देना,गहन जांच का विषय है।

(08) बिजली खपत से प्राप्त होने वाले संभावित राशि के बराबर बिजली की आपुर्ति कर बिचौलियों को बिजली का चोरी की छूट/ आजादी देकर बिजली की सरेआम चोरी करना तथा बदले में रिश्वत लेना ,गहन जांच का विषय है।

(09) सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को मिलने वाले बिजली में कटौती करना, अर्धरात्रि में बिजली का कटौती करना, अंधड़- पानी के नाम पर बिजली का कटौती करना, बिजली लाईन बनाने के नाम पर बिजली की कटौती करना, गहन जांच का विषय है।

(10) किसी के मकान पर या मकान के सटे बिजली विभाग का पार किये तार से संभावित खतरे के बावजूद भी तार को नहीं बदलना/ हटाना ,और जहाँ बिजली का तार पोल से कोई खतरा नहीं हैं वहाँ पर जमीन के मालिक को कहने पर बिजली के तार पोल को हटा देना तथा रिश्वत की एवज में सरकारी राजस्व को छति पहूँचाना , गहन जांच का विषय है। आपका विश्वासी , अनिल कुमार मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार औरंगाबाद (बिहार )

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