औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखंड के में 15 वार्ड क्रियान्वयन समिति के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर राशि रिकवरी करने का आदेश तत्कालीन जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के आदेश पर जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा 28 फरवरी 2023 को दिया गया था। 2 मार्च 2023 को कुटुम्बा प्रखंड कार्यालय पहुंचने पर जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा मिडिया के सवाल का जबाव देते हुए कहे थे कि प्राथमिक दर्ज कर राशि का रिकवरी के लिए कार्रवाई किया जा रहा है और प्राथमिकी दर्ज कराते हुए रिकवरी शीघ्र कराया जाएगा। लेकिन अभी तक नहीं प्राथमिकी दर्ज किया गया है और नहीं राशि का रिकवरी किया जा सका है। जानकारी के अनुसार कुछ वार्ड क्रियान्वयन समिति ने जिला प्रशासन द्वारा शक्ति से कारवाई करने का आदेश के बाद नल जल योजना का कार्य तो कराया गया लेकिन अभी भी कई वैसे वार्ड प्रवंधन सह क्रियान्वयन समिति है जो राशि निकासी के बावजूद भी नल जल योजना का कार्य पूरा नहीं करा सके वैसे में सवाल उठता है कि आखिर थानाध्यक्ष के साथ कैन सा लचारी है जिसके कारण अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं कराया गया और इसका सुधी लेने वाला कोई नहीं रह गया है। जिलाधिकारी के आदेशानुसार जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने और राशि का रिकवरी नहीं होना कई सवाल खड़ा कर रहा है। जब जिला प्रशासन द्वारा प्राथमिक दर्ज कर रिकवरी का आदेश निर्गत किया गया था उस वक्त वैसे वार्ड प्रवंधन सह क्रियान्वयन समिति जो गरीब और कमजोर हैं उन्होंने खबर सुप्रभात के स्टूडियो में आकर गुहार लगाया था कि हम लोगों के साथ धोखाधड़ी और छल प्रपंच कर सदा चेक पर हस्ताक्षर करा लिया गया था और आजतक नल जल योजना पुरी नहीं हो सका है। कुछ वार्ड सदस्यों ने अपने पंचायत और तत्कालीन जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल पर भी संदेह व्यक्त करते हुए आशंका जताया था कि कमिशन का राशि जिलाधिकारी तक पहुंच रहा था और इस वज़ह से जानकारी दिए जाने के बावजूद भी जिलाध्यक्षों द्वारा कारवाई नहीं किया गया। यदि पुरे मामले उच्चस्तरीय जांच कराया जाए तो मुख्यमंत्री ग्रामीण निश्चय योजना में बड़े पैमाने पर राशि के बंदर बांट तो सामने आएगा ही दर्जनों भ्रष्ट हो तथा अधिकारियों का चेहरा से नकाब उतर जाएगा। अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं करने के लिए केवल स्थानीय अम्बा एवं कुटुम्बा के थानाध्यक्ष ही अकेले दोषी नहीं हैं बल्कि और लोग भी शामिल हैं तथा पर्दे के पीछे शामिल हैं इस संबंध में जब 18 मई (बृहस्पतिवार) को जिला पंचायत राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क कर पुछा गया कि आखिर कुटुम्बा प्रखंड में अभी तक जिला प्रशासन द्वारा आदेश के बावजूद प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया जिसके लिए जिम्मेवार कौन है के जबाव में जिला पंचायत राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद ने बताया कि इसके लिए कुटुम्बा प्रखंड के बीपीआरओ से बातचीत किया जाएगा।
Excellent write-up
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