केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात
7 जुन को लखनऊ जेल से पेशी के लिए भारी सुरक्षा ब्यवस्था में कोर्ट लाए जाने के बाद कोर्ट रूम में जज के कुर्सी से ठिक 10 कदम दुरी पर मुख्तार अंसारी गैंग के संजीव जीवा का हत्या गोली मारकर कर दिया गया। हला की घटना के वक्त जज कोर्ट में मौजूद नहीं थे। कभी पत्रकार तो कभी वकील बन कर आए अपराधियों ने भारी सुरक्षा
ब्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए हत्या करने का घटना से उत्तर प्रदेश में लायन आर्डर तथा कानून ब्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं तथा सियासी भूचाल पैदा हो गया है। जानकारी के अनुसार मृतक संजीव जीवा पर भाजपा के पूर्व विधायक ब्रम्ह दत्त द्विवेदी पर हत्या का आरोप है तथा इस मामले में वह आजीवन कारावास के सजा काट रहा है। लेकिन जिस तरह अतीक और अशरफ़ का हत्या भारी सुरक्षा के बीच अस्पताल में पत्रकार के भेष में आए अपराधियों ने कर दिया तो 7जुन को लखनऊ के एक कोर्ट रूम में जज के कुर्सी से 10 कदम दुरी पर संजीव जीवा का हत्या वकील के भेष में आए अपराधी ने छः गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद यूपी में सियासी बवाल मचा हुआ है तथा कानून ब्यवस्था व लायन आर्डर पर सवाल उठने लगा है।
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