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ऐसा न हो कि असमाजिक तत्व के लोग कुर्बानी की गंदगी डाल दे, मंदिर की सुरक्षा जिम्मा खुद अपने हाथ लिए हुए थे मुस्लिम सुमदय के लोग, आपसी भाईचारा का दिया संदेश, मुस्लिम युवक सल्लू खान ने बकरीद पर स्वयं कर रहा निकला मंदिर और मस्जिद की निगरानी

अम्बुज कुमार, खबर सुप्रभात

औरंगाबाद में बीते दो वर्ष पूर्व कुर्बानी पर असामाजिक तत्व के लोगों ने नगर थाना क्षेत्र के अंदर बाजार बंगाली खान मार्केट के पास एक व्यवसाय के दुकान पर असामाजिक तत्व के लोगों ने वहां पर गंदगी को रख दिए थे जिसको लेकर काफी समझा-बुझाकर मामले को शांत किया गया। आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए अपील भी की गई थी। पुलिस प्रशासन भी इस मामले में काफी परेशान दिखी थी। इसी को देखते हुए बकरीद के दिन गुरुवार की रात पैगाम ए इंसानियत मुस्लिम समुदाय के अध्यक्ष मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने पूरी रात अपने कुछ लोगों के साथ पूरी मार्केट का निगरानी करते रहें और बोरा से लेकर

प्लास्टिक उठा कर चेक करते रहे। शहर में मुस्लिम इलाके से सटे नावाडीह रोड स्थित महावीर मंदिर, काली क्लब मंदिर, धर्मशाला मोड़ स्थित गणेश भगवान मंदिर, शाहपुर रोड दुर्गा मंदिर, सब्जी मंडी स्थित भोला शंकर मंदिर, करबला रोड जाने वाली मंदिर सहित मुस्लिम इलाका से सटे मंदिर सुरक्षा किया। सुरक्षा के लिए बारी-बारी से खुद से ड्यूटी किया। पैगाम ए इंसानियत के अध्यक्ष सल्लू खान ने कहा कि मंदिर की निगरानी करना अपनी जिम्मेदारी समझ और सल्लू खान ने पूरी मार्केट को लेकर चूड़ी मार्केट, गोला बाजार, महावीर मंदिर रोड, धर्मशाला मोड़ के पास आसपास दुकानें की अपने स्तर से पूरी तरीके से निगरानी किया और पूरी रात अपने

समर्थकों के साथ निगरानी करते रहे। सल्लू खान ने लोगों से कहा कि इसके अलावा ऐसा कुछ ना करें कि जिससे शहर का माहौल खराब हो। कहा कि याद रखें कि कुर्बानी वाजिब है और सफ़ाई आधा ईमान है। ऐसा न हो हम एक वाजिब को पूरा करने में गंदगी फैला दें और अपने आधे ईमान से हाथ धो बैठें। इसलिए जहां हजारों रुपये कुर्बानी पर खर्च कर रहे हैं। वही चंद पैसे सफाई पर भी खर्च करें और खुद भी ख़ास ख्याल रखें। मुस्लिम समुदाय के सदस्यो ने कहा कि इस्लाम स्वच्छता और शांति, लोगों की मदद करने और उनकी भावनाओं का सम्मान करने पर बहुत जोर देता है। कहा कि कुर्बानी पर्दे में करें, न कि अपने घर के अंदर या अपने दरवाजे के बाहर, और यह भी सुनिश्चित करें कि खून या मैला सड़क पर न जाए। कुर्बानी अपने घर के अंदर करे, दरवाजे पर न करे। कचरे का सही तरीके से निस्तारण करें। वहीं कम्पोस्ट बिन, गड्ढे या खुले ढेर में खून या मैला न डालें, क्योंकि यह सभी के कीड़ों को आकर्षित करेगा। मो. जुल्फिकार, मो. रियाज़, मो. अली गौहर, धर्मदेंद्र गुप्ता, प्रकाश कुमार सहित उपस्थित रहे।

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