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काशीचक प्रखंड में अगलगी से 5 गांवों में किसानों की लाखों की क्षति, हादसा : अगलगी से घर, बगीचा समेत गेहूं की फसल जलकर राख

डीके अकेला का रिपोर्ट



ज़िले के काशी चक प्रखंड के अंतर्गत डेढ़गांव निवासी मसूदन ठाकुर के घर में रविवार को अचानक आग लग गई। तेज पछुआ हवा के कारण आग ने चंद मिनटो में रौद्र रुप धारण कर लिया, जिससे छप्पर समेत घर रखा अनाज, कपड़ा, नकदी सहित अन्य जरूरत के समान जलकर राख हो गया है। मौक़े पर गांव के साहसी ने सक्रियता दिखाते हुए समरसेबल पंप की सहायता से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। अन्यथा सम्पूर्ण गांव आग की चपेट में आ गया होता। बताया जा रहा है कि मसूदन ठाकुर के घर में आज ही उसकी बेटी की शादी हेतु बारात आने वाली थी। इसी कारण भोजन बनाने और शादी के विधि विधान का दौर चल रहा था। इसी दौरान एकाएक घर के छप्पर से धुंआ निकलते दिखाई दिया। आग कैसे लगी य़ह अभीतक स्पष्ठ नहीं हो सका है। घटना की दुखद सूचना पाकर खखरी पंचायत के मुखिया प्रमोद कुमार और प्रखंड प्रमुख पंकज कुमार घटना स्थल पर पहुंच कर पीड़ित गरीब मसूदन ठाकुर से मिलकर ढाढस बंधाया और आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराया।
काशीचक प्रखंड के ही अंतर्गत बेलर गांव स्थित बघार में अचानक जबर्दस्त आग लग गई। इससे अरुण सिंह, श्याम सुन्दर सिंह, शंकर सिंह और वीरेंद्र सिंह बगीचा में लगा आम के दर्ज़नों पेड़ जलकर नष्ट हो गया। जबकि उक्त प्रखंड के ही शुम्भाडीह गांव के बघार में एकाएक आग लग गई, जिससे कई बीघा जमीन में तैयार खड़ी गेहूं की फसल जलकर खाक में तब्दील हो गया। सूचना के आधार पर जानकारी पाकर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार दल-बल के साथ मौके पर घटना स्थल पहुंचे और अग्नि शमन वाहन मंगवाकर ग्रामीणों के अथक प्रयास व सहयोग से धधकती आग पर काबू पाया गया। उसी प्रखंड के सुभानपुर और हनुमानबीघा गांव के बघार में भी रविवार को आग लग गयी, जिससे कई बीघा में लगे गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गया। इस बाबत अंचल अधिकारी दिव्यानशु कुमार शाह ने बताया कि स्थानीय राजस्व कर्मचारी को उन सभी 5 गांवों में भेजकर आग से हुई क्षति का अनुमान वा आकलन किया जायगा ताकि पीड़ित किसानों के क्षति की पूर्ति के लिए आपदा प्रबंधन विभाग को प्रतिवेदन भेजा जा सके।

गोबिंदपुर प्रखंड में उसी दिन आग लगने से गेहूं के लाखों रुपये की फसल जलकर खाक हो गया।

नवादा ज़िले के गोबिंदपुर प्रखंड के अंतर्गत सरकंडा गांव में सकरी नदी पैन के किनारे 3 पैड़ी आम के समीप रविवार दोपहर करीब 3 बजे अपराह्न अचानक आग लग जाने से खलिहान में रखे गेहूं की फसल पूरी तरह जलकर राख में तब्दील हो गई। इससे किसानों की हजारों रुपये की क्षति पहुंची है। उक्त गांव के किसान कृष्ण देव प्रसाद ने बताया कि तैयार गेहूं की फसल खेत से कटनी बाद लगभग 125 बोझा खलिहान में रखा हुआ था। तभी एकाएक आग लग गई। आग की लपटें देखकर आसपास के ग्रामीण दौड़ पड़े। इसकी जानकारी कृष्ण देव प्रसाद को दी गई। जानकारी मिलते ही दौड़ा-दौड़ा खलिहान के पास गया। लेकिन तबतक सब गेहूं के फसल जलकर राख हो चुका था।
आग की लपटें के पास में रखे चम रु मांझी के 30 बोझा गेहूं तथा गोरे लाल प्रसाद के 10 हजार बिचाली का लगे एक पुंज जलकर राख हो गया। कुल मिलाकर तकरीबन 20 क्विंटल गेहूं जिसका आकलन मूल्य लगभग 60 हजार का अनुमान है, जो आग में जलकर भष्म हो गया है। हालांकि बाद में डीज़ल पंप सेट के जरिये आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन खलिहान में रखे सब कुछ जलकर राख हो गया। आग लगने का असली कारण अबतक पता नहीं चल पाया है। कोई राहगीर के द्वारा बीड़ी या सिगरेट पीकर फेंक दिया हो और दोपहर में हवा तेज रफ्तार से चलने के कारण उसके चिंगारी के लपटें में आ जाने से य़ह दिल दहला देने वाली घटना घटी हो।