तजा खबर

पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा का अपमान राजनैतिक हतासा का परिचय।

औरंगाबाद (बिहार) खबर सुप्रभात । रविवार को अखिल भारतीय राहुल गांधी यूथ बिग्रेड के सदस्यों ने गोह के पूर्व जदयू विधायक प्रो0 रणविजय शर्मा का वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा अनावरण के दौरान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, सत्येंद्र नारायण सिंह उर्फ छोटे साहेब के बारे में जो टिप्पणी की गई! उसका विरोध करते हुए कहा है कि यह मुख्यमंत्री की सभा में कहा जाए कि 1996 के लोकसभा चुनाव में वीरेंद्र कुमार सिंह ने सत्येन्द्र नारायण सिंह को चुनाव हराया था! उसी दिन से वीरेंद्र कुमार सिंह वीर योद्धा हो गए। कांग्रेस नेता सल्लू खान ने कहा है कि किसी को चुनाव में जिताना या हराना उस क्षेत्र की जनता के ऊपर निर्भर करती है! लेकिन जदयू नेता द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। सल्लू खान ने कहा है कि प्रो0 रणविजय शर्मा का औरंगाबाद जिला में सोशल – मीडिया से लेकर सड़क तक विरोध किया जा रहा हैं। पूर्व विधायक ने पूर्व मुख्यमंत्री छोटे साहेब की चर्चा मंच से हारने के रूप में किया। सल्लू खान ने कहा कि हम सभी वीर कुंवर सिंह की जयंती से लेकर पुण्य तिथि मनाते हैं। वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा अनावरण के सभा में मंच से पूर्व मुख्यमंत्री छोटे साहब का अपमान जो हुआ है उसे हम कांग्रेसी या जिलावासी नहीं भूल सकेंगे। छोटे साहब पर पूर्व विधायक के द्वारा जो वार किया गया है! इससे स्पष्ट होता है कि पूर्व विधायक को अपने दिमाग का इलाज सही तरीके से करा लेना चाहिए। लगता है कि उनका मानसिक संतुलन खो गया है। औरंगाबाद शहर जिस व्यक्ति के नाम से जाना जाता है! यदि किसी वीर योद्धा के प्रतिमा अनावरण के मंच से जो बयान दिया गया है। वह पूर्व विधायक द्वारा कहीं न कहीं स्थानीय जन – प्रतिनिधि के इशारे पर ही ऐसा विवादित बयान दिया गया हैं! सल्लू खान ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार जब भी यहां आते हैं, तो उनके द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री, सत्येंद्र नारायण सिंह उर्फ छोटे साहब, बिहार की विभुति अनुग्रह नारायण सिंह का बिना आशीर्वाद लिए हुए प्रतिमा से नहीं जाते हैं। उनका आशीर्वाद लेकर ही मुख्यमंत्री अपना काम आगे बढ़ाते हैं, और इस तरह का पूर्व विधायक द्वारा दिया गया ब्यान कहीं न कहीं दिमागी संतुलन की वजह से ही हैं! जिस परिवार के बारे में कहा जा रहा है! उस परिवार का मुकाबला लोगों को या राजनीतिक घराने के लोगों को सोचना होगा! छोटे साहब ने जो गरीबों के लिए काम किया हैं! वह कोई कर ही नहीं सकता है। इस तरह का ब्यान देने से जदयू के पूर्व विधायक को अविलंब पार्टी से निकाल देना चाहिए, क्योंकि जिस पार्टी में नियमों का पालन ही नहीं होता है! जीवन में किसी भी प्रकार की परिस्थिति आए! मगर कभी भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। न ही किसी के प्रति मन में दुर्भावना रखना चाहिए। वास्तव में कहा गया है कि अगर किसी का मन दुखाया, तो कितना ही दान – पुण्य या पूजा – पाठ क्यों न कर लें! इसका पाप नहीं मिटता है। औरंगाबाद का लगातार सात बार संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले सत्येंद्र नारायण सिंह बिहार के पहले उप – मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावे वे बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा सात बार लोकसभा के सदस्य सत्येंद्र नारायण सिन्हा औरंगाबाद से ही हैं। उनका औरंगाबाद का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी अहम योगदान रहा है। चंपारण सत्याग्रह के आंदोलनकारी और आधुनिक बिहार के निर्माताओं में शामिल अनुग्रह नारायण सिन्हा भी यहीं से हैं। इस मौके पर मुकेश कुमार, मोहम्मद रमजान, राहुल कुमार, प्रकाश कुमार, मुन्ना कुमार उर्फ छोटू, हिमांशु कुमार, पंकज कुमार सिंह, अमित कुमार, रवि कुमार, मोहम्मद अकबर, मोहम्मद इबरार, विरेंद्र कुमार, रंजन कुमार, मोहम्मद नूर सहित अनिल लोग भी उपस्थित रहे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *