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महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नारायण सिंह की इतिहासकारों ने किया उपेक्षा

अम्बुज कुमार, खबर सुप्रभात समाचार सेवा



महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नारायण सिंह की पुण्यतिथि समारोह धूमधाम से मनाया गया । समारोह की शुरुआत राजा नारायण सिंह पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया । तत्पश्चात अधिवक्ता संघ भवन औरंगाबाद में मुख्य अतिथि विधायक आनंद

शंकर सिंह , डा सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा , कवि एवं लेखक रामकिशोर सिंह , लवकुश प्रसाद सिंह सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने दीप जलाकर समारोह का उद्घाटन किया। तत्पश्चात रामजी सिंह की अध्यक्षता में राजा नारायण सिंह और उनकी राष्ट्रीय भावना विषय

पर संगोष्ठी आयोजित की गई ।संगोष्ठी का विषय प्रवेश करते हुए सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी कहा कि राजा साहब बचपन से ही विलक्षण और साहसी थे। इसी कारण वे जनता में बहुत लोकप्रिय थे। लोकप्रियता के कारण ही इन्हें कम उम्र में ही रियासत पवई का राजा बना दिया गया था ।राजा बनते ही इन्होंने अपने दुश्मनों को परास्त कर अपने राज्य को मजबूती प्रदान किया था । वे शिवा जी की तरह छापामार युद्ध को महत्व देते थे । छापामार युद्ध के द्वारा ही अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे ।साथ ही अपने मित्र बनारस के राजा चेत सिंह के सहयोग में करीब 6000 सैनिकों को सोन नदी में डुबोकर मार दिया था। तब लाचार होकर अंग्रेजों ने छल से उन्हें गिरफ्तार किया और ढाका जेल में भेज दिया। जेल में उन्हें विभिन्न तरह से प्रताड़ित किया जिसे बीमार होगये और जेल से छुटने के बाद उनकी मृत्यु हो गई थी । ये कुंवर सिंह से भी 100 वर्ष पूर्व के स्वतंत्रता सेनानी होते हुए भी इनको इतिहास में जगह नहीं मिली । इतिहासकारों ने इन्हें उपेक्षा की । साथ ही जिला वासियों ने भी उनके इतिहास को हाइलाइट करने हुई कुछ नहीं किया । जन विकास परिषद और जनेश्वर विकास केंद्र ने 1992 से लगातार उनकी पुण्यतिथि समारोह आयोजित कर उनको हाइलाइट करने का कार्य कर रहा है । राजा नारायण सिंह पार्क का निर्माण इसी का प्रतिफल है ।मुख्य अतिथि डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा प्रमेन्द्र मिश्रा कवि लवकुश सिंह ,कवि रामकिशोर सिंह ने बताया कि राजा साहब कुंवर सिंह से भी 100 वर्ष पूर्व के स्वतंत्रता सेनानी थे । पर जहां कुंवर सिंह दुनिया के हीरो हैं वही राजा नारायण सिंह को जिले के लोग भी नहीं जानते। इनमें दोष उनके परिवार और जिला वासियों का ही है कि उनके इतिहास को हाइलाइट ने किया जा सका । संगोष्ठी को लालदेव प्रसाद ,शिक्षक अरुण कुमार सिंह, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय सिंह, सैनिक संघ के महासचिव जेपी सिंह,जन विकास परिषद के पूर्व सचिव रामचंद्र सिंह पत्रकार रामाकांत सिंह ने अपनी बात रखते हुए राजनारायण जी को महान स्वतंत्रता से बताया और मांग किया की इस जिले मे एक संग्रहालय स्थापित किया। शिक्षक बैजनाथ सिंह,श्रीराम राय , उज्जवल रंजन ,अधिवक्ता विनोद मालाकार, प्रमोद सिंह ,पूर्व सैनिक जितेंद्र सिंह, प्रेम सिंह, राजेंद्र सिंह, राम राय, सुमन अग्रवाल , अभियंता विंग के अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह आदि ने भी अपना विचार रखें । तत्पश्चात रामजी ने अध्यक्षीय भाषण देते हुए आगत अतिथियों का स्वागत किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक राजेंद्र सिंह ने किया ।

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