नई दिल्ली , ब्यूरो रिपोर्ट , खबर सुप्रभात
करटम सुरेश छत्तीसगढ के गोमपाड़ गांव से दिल्ली आया है
जब यह डेढ़ साल का था तब इसकी उंगलियां पुलिस ने काट दी थीं
इसकी मां मौसी नाना नानी सबको तलवारों से पुलिस ने काट दिया था
सुरक्षा बलों द्वारा कुल 16 लोगों का कत्ल किया गया था
इस मामले को लेकर हम 2009 में सुप्रीम कोर्ट आए थे
13 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम लोग झूठ बोल रहे हैं
सुप्रीम कोर्ट ने न्याय मांगने के अपराध में मुझ पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है जिसे देने से मैंने इंकार कर दिया है और कहा है कि डालना है तो मुझे जेल में डाल दो लेकिन मैं जुर्माना नहीं दूंगा क्योंकि इंसाफ मांगना कोई जुर्म नहीं है
आज 1:00 बजे हम जंतर मंतर पर मौजूद रहेंगे उसके बाद यह लोग रिव्यू पिटीशन पर हस्ताक्षर करेंगे
जिसमें पीड़ित आदिवासी सुप्रीम कोर्ट से कहेंगे कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे
जो पत्रकार साथी कार्यकर्ता समर्थक आदिवासियों से प्यार करने वाले लोग हैं वह साथ देने के लिए आ सकते हैं
Excellent write-up