तजा खबर

बढ़ौना में भिषण अगलगी के घटना में लगभग 100 बिगहा में लगे गेहूं का फसल जल कर राख में तब्दील, अधिकारियों का टीम घटनास्थल का किया दौरा

डीके अकेला का रिपोर्ट


नवादा ज़िले के हिसुआ प्रखंड के अंतर्गत हदसा पंचायत के बढौना गांव में तैयार गेहूं की फसल में आग लग जाने से तकरीबन 100 बीघा से अधिक क्षेत्र में लगी गेहूं की तैयार फसल जलकर स्वाहा हो गई। एक दूसरे से जुड़े सैकड़ों एकड़ में लहलहाती तैयार फसलों में आग पकड़ती चली गयी। किसान और ग्रामीणों खेत की ओर दौड़ गये। अग्नि शमन वाहन के लिए थानाध्यक्ष को फोन किया गया। तबतक सुखी गेहूं की फसल जलती चली गई। अग्नि शमन वाहन पहुंचने के बाद बड़ी मशक्कत से ग्रामीणों के अथक प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका। अग्नि देव का रौद्र रूप काफी भयानक और आक्रामक था।
बढौना गांव के ग्रामीणों का कहना है कि बगल में गेहूं की फसल के बचे अवशेष को जलाने के क्रम में उसके चिंगारी से तैयार गेहूं की फसल में आग पकड़ लिया। किसानों और समाजसेवियों ने पीड़ित किसानों को समुचित मुआवजा देने की गुहार लगायी है। प्रभारी राजस्व पदाधिकारी भोला और अमीन समेत उनके टीम स्थल जाँच के लिए बढौना गांव पहुंचे और किसानों के फसल के क्षति का आकलन किया। बढौना गांव के किसान समदर्शि प्रसाद सिंह, आनन्द सिंह, चन्दन सिंह, मनोज वर्धन, पवन कुमार, रोहित कुमार, संजय कुमार, उमाशंकर सिंह, अजय सिंह, कामता सिंह, अरविंद सिंह, पवन सिंह, सुबी न सिंह समेत गांव के अन्य किसानों की गेहूं की फसल जलकर राख में तब्दील हो गया है। कई किसानों के सालों भर खाने वाले अनाज और पूंजी की अथाह क्षति हुई है। जाँच करने गई टीम ने पीड़ित किसानों को क्षति पूर्ति का भरोसा दिलाया है।
सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर हुआ राख। किसान बेदम। नवादा ज़िले में आग का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। ज़िले में पिछले 5 दिनों में करीब एक हजार बीघा से अधिक खेतों में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई है। हिसुआ के बढौना गांव में 150 एकड़ जमीन में लगी गेहूं की फसल में आग लगने की चर्चाओं पर विराम भी नहीं लगा कि काशीचक से आग की सूचना ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। गेहूं के खेतों में उठे आग के शोले में देखते ही देखते पूरे गेहूं की फसल जलकर खाक में तब्दील हो गया। सैकड़ों बीघा में लगे किसानों के गेहूं की फसल जलकर स्वाहा हो गई। काशी चक थाना क्षेत्र के सुभानपुर पंचायत के डिहरी गांव में गेहूं की फसल में आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। ग्रामीणों के सूचना पर पहुँची अग्नि शमन की वाहन टीम ने आग बुझाई।
दूसरी घटना वारसलीगंज थाना क्षेत्र के हाजीपुर पंचायत के मय गांव की है। सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल में आग लगने से किसानों में अफरा-तफरी मची है। फिलहाल गेहूं की फसल में आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सूचना पर पहुंची अग्नि शमन टीम आग बुझाने में जुटी हैं। गौरतलब है कि इन दिनों गेहूं की लहलहाती फसलें देखते इतराते, उसके पहले ही अग्नि कांड की तांडव से देखते-देखते खाक हो रही है। तेज गति से पछुआ हवा में आग की लपटें को रोकना अग्नि शमन विभाग को भी हो रही है काफी मुश्किल। जरूरत है शासन प्रशासन की इस अग्नि कांड को लेकर बड़े एक्शन लेने की सख्त जरूरत है। पक रीवरावा प्रखंड के डोला गांव में 7 बीघा पान की फसल जलकर खाक हो गई। वहां के दर्ज़नों किसानों की खेती जलकर नष्ट हो गई। इनलोगों ने भी समुचित मुआवजा के लिए गुहार लगायी है। गेहूं कटनी के डंठल जलाने के कारण आये दिन आगजनी की घटनाओं में लगातर बढ़ोतरी हो रही है। फिर भी प्रशासन निष्क्रिय है।

दो गांव में 400 बीघा में लगे गेहूं की फसल जलकर राख हो गया।

काशीचक प्रखंड के अंतर्गत डिहरी तथा शोभाडीह गांव के खेत में आग लगने से लगभग 400 बीघा में लगे गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई है। इस संदर्भ में डिहरी गांव निवासी हरिकांत सिंह, राजेश कुमार, राकेश कुमार, सुबोध सिंह, नवीन सिंह, मनीष कुमार, नरेंद्र सिंह, मुकेश सिंह, कन्हैया कुमार, नवलेश कुमार समेत 22 किसानों के फसल जलकर राख हो गया है। वहीं शुंभाडीह गांव के निवासी सुभाष प्रसाद, अरुण प्रसाद, प्रवेश प्रसाद, पिंटू,नीतीश, सूर्यमणि प्रसाद, रामानन्द, शशि प्रसाद, रामनारायण, प्रवीन एवं शैलेश समेत अन्य किसानों के खेत में आग लगने से गेहूं लगे फसल जलकर स्वाहा हो गया है। तेज पछुआ हवा के कारण आग ने चंद मिनटों में रौद्र रुप धारण कर लिया। शुंभाडीह गांव के निवासी ने बताया कि थालपोश गांव के किसान गेहूं की फसल की कटनी करने के बाद खेत में आग लगा दी। य़ह आज कई गांवों में धीरे-धीरे खेतों में लगी गेहूं की फसल अपने लपटें में ले लिया । मौक़े पर रहे उत्साहित व कर्मठ युवकों ने काफी सक्रियता दिखाते हुए सबमर्सीबल पंप की सहायता से आग पर काबू पाने का अथक प्रयास किया। फिर घटना की सूचना पाकर 3 दमकल वाहन गांव पहुंच कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया।लेकिन तबतक सब गेहूं की फसल जलकर खाक हो गया था। यहि हाल डिहरी गांव का बताया गया है। दोनों गांव के लगभग 400 बीघे में आगजनी से करोडों रुपये का तत्काल नुकसान हुआ है ,जिसकीभरपाईनिकटभविष्यमेंअसम्भव है। शुंभाडीह गांव निवासी सुभाष प्रसाद अरुण प्रसाद ने काशीचक़ थानाध्यक्ष को आवेदन पत्र देकर थालपोश के किसानों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है। उसे कठोर दंड और क्षति पूर्ति की मांग किया है। मुखिया प्रतिनिधि टुना महतो ने साफ बताया कि किसानों को हर सम्भव सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है। अंचल अधिकारी दिव्यानशु कुमार शाह ने बताया है कि डिहरी और शुम्भाडीह गांव में राजस्व कर्मचारी को भेजकर आग से हुई क्षति का आकलन किया जायगा, ताकि आपदा प्रबंधन विभाग को प्रतिवेदन भेजा जा सके और किसानों को क्षति पूर्ति का लाभ मिल सके।