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नवादा लोकसभा चुनाव में 14 बार चुने गए ज़िले के बाहरी उम्मीदवार, कांग्रेस सबसे ज्यादा 5 बार और दूसरे नंबर पर भाजपा को 3 जीत मिली है

डीके अकेला का रिपोर्ट

वर्ष 1967 के लोकसभा चुनाव में पकरीबरावा प्रखंड के अंतर्गत बुधौली मठ के महंथ सूर्य नारायण प्रकाश पुरी नवादा लोकसभा सीट शानदार ढंग से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर निर्वाचित हुए थे। उन्होंने कांग्रेस से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मुस्तैदी से लड़े और शानदार ढंग से ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। इसी तरह 1991 में लोकसभा चुनाव में माकपा के उम्मीदवार प्रेम चंद्र राम मैदान में डटे थे। वे सिरदला प्रखंड के भरकड़ा गांव के निवासी थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार महावीर चौधरी को बुरी तरह पराजित किया था। इसके बाद ही यहाँ का कोई भी स्थानीय नेता सांसद की सीढ़ियों पर पैर नहीं रख पाया। बाहरी प्रत्याशी ही जीतते आ रहे हैं। नवादा के लोकसभा चुनाव में भी एनडीए समर्थित भाजपा के उम्मीदवार विवेक ठाकुर नवादा नहीं, बल्कि पटना के रहने वाले हैं। हालांकि उनके प्रतिद्वंद्वी महागठबंधन समर्थित राजद के श्रवण कुशवाहा को राजद शीर्ष नेताओं का तो वहीं निर्दलीय उम्मीदवार को बिनोद यादव को राजद के नवादा और रजौली विधानसभा के विधायक और नवादा के एलएलसी का समर्थन खुलेआम प्राप्त है। विनोद यादव के अलावा चर्चित भोजपुरी व मगही गायक गुंजन सिंह भी अपना किस्मत आजमा रहे हैं। और वे भी नवादा के स्थानीय हैं। वे भाजपा के उम्मीदवार विवेक ठाकुर के वोट बैंक में सेंध लगा रहे हैं। लेकिन आम मतदाताओं के कथनानुसार राजद के प्रमुख प्रवक्ता चाकलेट बाबा ने श्रवण कुशवाहा को अपना मोहरा बनाने के लिए सभी तरह के कुकर्मों को आजमा रहे हैं। इसके बावजूद भी इन्हें घड़ी घन्टा मिलेगा। य़ह परिणाम तय शुदा है।

दरभंगा, पटना, गया, हाजीपुर के निवासी लोकसभा चुनाव जीतते रहे।


नवादा लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा सांसद कांग्रेस के रहे हैं। 1951 में हुए पहले लोकसभा चुनाव के बाद अबतक नवादा संसदीय चुनाव सीट से 5 सांसद कांग्रेस पार्टी के रहे। गया के ब्रजेशवर प्रसाद ,पटना सिटी के रामधनी दास, जहानाबाद के सुखदेव वर्मा और पटना के कुंवर राम को कांग्रेस ने टिकट दिया था । उक्त चुनाव में दूसरे स्थान पर भी भाजपा नहीं रही। इस पार्टी के 4 संसद रहे हैं, जो यहाँ के स्थानीय निवासी नहीं हैं। इनमें पटना के कामेश्वर पासवान दरभंगा के डॉ संजय पासवान, बेगूसराय के डॉ भोला सिंह और लखीसराय के बड़ढ़िया निवासी गिरिराज सिंह इस फेहरिस्त में शामिल हैं राजद के 2 सांसदों में से एक एक मालती देवी गया की रहने वाली थी। जबकि वीर चंद पासवान हाजीपुर के थे लोकसभा सीपीएम के सांसद प्रेम प्रदीप जबकि नालंदा निवासी थे। वहीं आपातकाल के बाद वर्ष 1977 में हुए चुनाव में भारतीय लोक दल से नथुनी राम जीते जो सभी नवादा लोकसभा के बाहरी उम्मीदवार ही थे। 2019 में नवादा लोकसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चन्दन कुमार का घर भी नवादा नहीं, बल्कि पटना है।

नवादा संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित सांसद निम्न लिखित हैं।

1952 : ब्रजेशवर प्रसाद, कांग्रेस, 1957: सत्यभामा देवी, कांग्रेस ,
1962 : रामधनी दास कांग्रेस,
1967 : सूर्य प्रकाश पुरी,
1971 : सुखदेव प्रसाद वर्मा
1977 : नथुनी राम भारतीय,
1980 : कुंवर राम, कांग्रेस,
1984: कुंवर राम ,कांग्रेस,
1989 : प्रेम प्रदीप, सीपीएम,
1991 : प्रेम चंद्र राम सीपीएम,
1996 : कामेश्वर पासवान, भाजपा,
1998 : मालती देवी, राजद,
1999 : डॉ संजय पासवान, भाजपा,
2004 : वीरचंद्र पासवान, राजद ,
2009 : डॉ भोला सिंह, भाजपा,
2014 : गिरिराज सिंह, भाजपा,
2919 : चन्दन सिंह, लोजपा।