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अखिल भारतीय नौजवान सभा व छात्र सभा ने संयुक्त मीटिंग में की चर्चा

संवाद सूत्र , खबर सुप्रभात

अखिल भारतीय नौजवान सभा व अखिल भारतीय छात्र सभा ने संयुक्त मीटिंग की जिसमे शिक्षा, रोजगार, सक्षम योजना, भगत सिंह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम बारे व सरकार द्वारा तिरंगे झंडे, डंडे, व लड्डू के नाम पर नाजायज पैसे जो डिपो होल्डर के द्वारा जबरदस्ती आम जनता से वसूले जा रहे है, मुद्दों पर चर्चा की।*

अखिल भारतीय नौजवान सभा व अखिल भारतीय छात्र सभा द्वारा आज भगत सिंह हॉल तेजली रोड, यमुनानगर कार्यालय पर, छात्र व नौजवानों की संयुक्त मीटिंग हुई।

जिसमे मंच का संचालन मुख्यत डॉ अमनदीप राज्य सचिव, अखिल भारतीय छात्र सभा द्वारा किया गया व कार्यक्रम की अध्यक्षता विपिन बरार, राज्य प्रवक्ता, अखिल भारतीय नौजवान सभा व विशेष अतिथि के तौर एडवोकेट हरभजन सिंह संधू, पूर्व राज्य उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय छात्र सभा को आमंत्रित किया गया।

डॉ. अमनदीप द्वारा ए. आई. एस. एफ. के स्वर्णिम इतिहास पर चर्चा की गई व उन्होंने बतलाया गया की अखिल भारतीय छात्र सभा (AISF) एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो आजादी से पूर्व 1936 में बना और जिसने देश की आजादी में भी अपनी अहम भूमिका निभाई।

विपिन बरार ने अखिल भारतीय नौजवान सभा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि AIYF, नौजवानों का एक ऐसा संघठन है जो कि 1959 में बना, फिल्म कलाकार व निर्देशक बलराज साहनी जिसके पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।

उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य भगत सिंह के सपनों का भारत बनाना है, जिसमे सबको समान शिक्षा मिले, उन्होंने बताया कि  हमारा नारा है कि चाहे वह चपरासी की संतान या हो राष्ट्रपति की संतान सबको शिक्षा एक समान।

सभी बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिले, सबको रहने को घर मिले, सभी को मुफ्त चिक्तिसा मिले यह हमारा उद्देश्य है।

उन्होंने बताया कि आज शिक्षा व रोजगार को निरन्तर समाप्त किया जा रहा है, आज भारत देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है और यही नहीं बेरोजगारी में हमारा हरियाणा प्रथम पायदान पर पहुंच चुका है।

उन्होंने यह भी बताया कि बेरोजगारी कि समस्या पर लगाम लगाने के लिए ए. आई. वाई. एफ. के पूर्व अध्यक्ष व मौजूदा राज्यसभा सदस्य पी. संदोष कुमार द्वारा नौजवानों के रोजगार के बारे में रोजगार गारंटी कानून बनाने बारे राज्यसभा में बिल पेश किया गया है।

उन्होंने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, सरकार द्वारा धीरे धीरे शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है, जिन सरकारी संस्थाओं में पढ़े लिखे युवा एग्जाम पास करके रोजगार प्राप्त कर लेते थे, उन सभी सरकारी संस्थाओं को निरन्तर समाप्त किया जा रहा है।

जिस से देश में बेरोजगारी आसमान छू रही है और पढ़े लिखे युवा पकोड़े व समोसे तलने तक सीमित रह गए है।

हरियाणा के भीतर 2016 में सक्षम योजना चलाई थी, जिसमे युवाओं को रोजगार देने का सरकार ने वादा किया था, परंतु सक्षम योजना के नाम पर युवाओं को असक्षम बनाया जा रहा है, कोरोना के समय में बहुत से सक्षम युवाओं ने कोरोना योद्धा बन कर कार्य किया, कई युवा इस बीमारी के चपेट में भी आए, परंतु सरकार व प्रशासन द्वारा उनके किए हुए कार्यों को भुलाया जा रहा है, ऐसे सभी प्रशिक्षित युवाओं को सरकार सक्षम योजना के नाम पर उस योजना पर उम्र सीमा का  3 वर्ष व 35 वर्ष का बंधन लगा कर तो कभी फैमिली आईडी के नाम पर ऐसे युवाओं को योजना से बाहर किया जा रहा है, जो की सरकार की नाकामी का सबूत है।

सरकार एक तरफ तो युवाओं को रोजगार देने का वायदा कर रही है वहीं दूसरी तरफ ऐसे युवाओं के मां बाप का फैमिली आईडी में, फैमिली बैकग्राउंड देख कर उन्हें इस योजना से बाहर कर रही है, सवाल यह है की अगर किसी के माता पिता कोई रोजगार या किसी विभाग में कार्यरत है तो क्या उनके बच्चे जो कोई रोजगार नहीं करते, क्या वो बेरोजगार नहीं कहलाए जाएंगे?

सरकार सेना कि भर्ती में भी इसी तरह के चार साल के बंधन को लेकर अाई है, जिसे अग्निपथ योजना का नाम दिया है, जिस प्रकार सक्षम योजना के  नौजवानों को आज तीन साल के बाद दर दर के धक्के खाने पड़ रहे है उसी प्रकार ये सरकार भारतीय सेना के जवानों के साथ भी यही व्यवहार करेगी।

उन्होंने बताया कि हम देश के छात्र, नौजवान को एकजुट करने के लिए कार्यरत है, जिस से देश का भविष्य सुरक्षित हो सके, अपने हकों को छात्र,नौजवान समझ सके।
हम देश में भगत सिंह के नाम पर ” भगत सिंह नेशनल एम्प्लॉयमेंट गारंटी एक्ट” लागू करने की मांग करते है।

उन्होंने बताया कि देश में रोजगार को लेकर कभी किसी सरकार ने रोजगार गारंटी कानून नहीं बनाया, भगत सिंह नेशनल एम्प्लॉयमेंट गारंटी एक्ट, अपने आप में एकमात्र ऐसा एक्ट होगा जो बेरोजगार युवाओं को रोजगार की गारंटी प्रदान करेगा।

व उन्होंने जानकारी दी की ए आई एस एफ व ए आई वाई एफ द्वारा आगामी सितंबर माह में शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में बिलासपुर एक बड़ी जनसभा की जाएगी, जिसकी लगातार गांव गांव जाकर तैयारी व प्रचार  किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा देश में घर घर तिरंगा मुहिम चलाई हुई है, जिसमे घर घर पर तिरंगा फहराने की बात की गई है, हम नौजवान तिरंगे का सम्मान करते है, परंतु सरकार से यह भी पूछना चाहते है कि घर घर जो बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है, उस बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए घर घर रोजगार योजना कब चलाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि राशन डिपो पर तिरंगे झंडे, डंडे और लड्डू के नाम पर आम जनता से जबरदस्ती पैसे वसूले जा रहे है व उन्हें यह भी हिदायत दी जा रहा है कि अगर आप तिरंगा झंडा नहीं खरीदते है तो आपको राशन नहीं दिया जाएगा, जो की सरासर गलत नीति है, जिस से देश में सरकार द्वारा तानाशाही को बढ़ावा दिया जा रहा है व हम मांग करते है कि इस तरह की कोई पाबंदी आम जनता पर ना लगाई जाए।

मीटिंग का समापन एडवोकेट नीरज चौहान, प्रदेशाध्यक्ष अखिल भारतीय नौजवान सभा व एडवोकेट शिव देव द्वारा किया गया व योगेश, रजनी, संजीव, भाविक, प्रिंस, राहुल, हिमांशु, साहिल आदि ने संघठन को लेकर अपने विचार सांझा किए।

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