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महिला केयरटेकरो ने लगाया वन विभाग के रेंजर पर छेड़खानी का आरोप , महिला सशक्तिकरण अभियान हुआ तार – तार

नवादा से गौरी विश्वकर्मा के रिपोर्ट


रजौली वन विभाग के अधिकारी और महिला केयरटेकरो के बीच तनातनी परवान पर चढ गया है।महिला केयर टेकरो ने जहां थाना में आवेदन देकर वन विभाग के रेंजर पर छेङखानी करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। रजौली प्रखंड क्षेत्र में 3महिला केयर टेकरो ने रेंजर मनोज कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उक्त रेंजर द्वारा महिला टेकरो को अकेले पाकर अक्सर छेडछाड की जाती है।बीते 9 मार्च की रात्रि 11 बजे दो महिला टेकरो को लेकर जंगल छेतर में पेट्रोलिंग के नाम पर लेजाकर  आपत्तिजनक छेडछाड की गई है। गलत व्यवहार करने पर नौकरी से हटा देने के साथ रात्री के 11 बजे सुनसान रास्तों पर गाङी से उतार दिया और कहा कि जहाँ जाना है शौक से जाओ।एक और महिला टेकर ने बताया कि मातृत्व अवकाश के बाद काम पर लौटी तो उसे हटा दिया गया।तीनों महिला टेकरो ने थानाध्यक्ष, एसडीपीओ समेत पटना मुख्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कर भ्रष्ट व चरित्रहीन रेंजर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गुहार लगाई है।
इस बाबत पर रेंजर मनोज कुमार ने कहा कि महिला टेकरो द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है।साथ ही उक्त महिला केयर टेकर जीविका और वन विभाग दोनों में काम करती हैं। जिसको लेकर उसे जीविका या वन विभाग दोनों में से एक जगह काम करने की बात कही गई थी।क्योंकि जीविका काम करते रहने पर वन विभाग द्वारा वेतनमान भुगतान करना गलत होगा। इसी को लेकर महिला टेकरो ने झूठ आरोप लगायी है।जीविका बीपीएम मनीष कुमार ने कहा कि प्रखंड की करीब 80 % महिलाओं जीविका दीदी समूह सेघ जुडी हुई है ।
ऐसी विषम परिस्थित में समूह से जुडी महिलाओं ने कहा कि कहीं भी दूसरा काम करने क लिए जीविका के लिए स्वतन्त्र हैं। क्योंकि समूह से जूङे रहने के लिए जीविका द्वारा उन्हें कोई वेतनमान भुगतान नहीं किया जाता है।इस बाबत थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर ने कहा कि महिला टेकरो एवं रेंजर दोनों में लिखित आवेदन पत्र प्राप्त हुआ है। इस महत्वपूर्ण सम्वेदनशील घटनाक्रम पर एसडीपीओ गुलशन कुमार ने कहा कि महिला टेकरो द्वारा कार्यालय में आवेदन दिया गया होगा ,जिसकी जानकरी अभी नहीं है।