अम्बा खबर सुप्रभात
कुटुमृबा प्रखंड में मधुवा रोग से खेतों में लगे धान का फसल नष्ट हो रहा है वहीं किसान अपने किस्मत पर आंसु बहा रहे हैं। बता दें कि प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों पंचायत के किसान जहां सुखे के मार झेल रहे हैं वहीं जिन पंचायतों में किसान किसी तरह धान की बुआई कर चुके थे और उनके धान के फसल में बाली फुट चुका था और धान कुछ ही दिनों में कट कर घर आता जिससे किसानों को राहत मिलता लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था तभी तो धान के पौधों में मधुवा रोग लगने से फसल नष्ट होने लगा है जिससे किसानों को चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखाई पड़ रहा है और किसान अपने भविष्य को लेकर परेशान हो रहे हैं। प्रखंड उत्पादन समिति के अध्यक्ष जेयाउद्दीन अंसारी के नेतृत्व में पंचायत समिति के सदस्यों का एक टीम गुरुवार को मधुवा रोग से प्रभावित सोनबरसा, सुही, चिल्हकी, लभरी, दधपा, चपरा व तमसी गांवो में नष्ट हो रहे फसल को देखा और किसानों के प्रति सहानुभूति जताया । इस संबंध में पंचायत समिति सदस्य अतुल पाण्डेय ने खबर सुप्रभात को बताया कि सरकार और प्रशासन से जांच टीम के सदस्यों का मांग है कि नष्ट हुए धान के फसलों का अविलंब आकलन कर किसानों को छती पूर्ति करे ताकि किसान राहत के सांस ले सकें। उन्होंने बताया कि मधुवा रोग से फसल को काफी क्षति हुई है।
धान फसल की बुआई में प्रति एकड़ बारह हजार से पंद्रह हजार रुपयों की लागत आती हैं। ऐसी स्थिति में कृषि से जीवन यापन करने वाले किसानों के लिए हालात चिंतनीय है। इनके लिए पंचायत समिति के नेतृत्व में बैठक बुलाकर सरकार से मुआवजे की मांग की जाएगी। निरीक्षण में उत्पादन समिति के अध्यक्ष जेयाउद्दीन अंसारी, सदस्य रंजीत प्रसाद, पंचायत समिति सदस्य अतुल पांडे, बबन राम, अजय कुमार मेहता एवं पंचायत समिति प्रतिनिधि कंचन गुप्ता आदि शामिल थे।
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