तजा खबर

अक्षय तृतीया को धूम धाम से मनेगा विष्णुधाम महोत्सव

अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा


दो दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में स्थानीय एवं बाहरी कलाकार भी होंगे शामिल।।
विष्णुधाम के प्रांगण में अवस्थित लक्ष्मी नारायण विवाह मंडप मे विष्णुधाम महोत्सव 2024 के आयोजन समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। सर्व प्रथम समिति के उपाध्यक्ष एवं जम्होर पंचायत के पूर्व मुखिआ
सुरेन्दर गुप्ता जी ने आये हुए सदस्यों का स्वागत किया एवं उपस्थित सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों से

हम सफलतापूर्वक महोत्सव को आयोजित करते आरहे हैँ। यह हमारा चौथा महोत्सव है। हम बड़े सौभाग्यशाली हैँ कि इस मंदिर के स्थापना दिवस एवं भगवान विष्णु के शुभ दिवस पे चौथा महोत्सव मनाने जा रहें हैँ। बैठक को सम्बोधित करते हुए महोत्सव के स्थापना काल से जुड़े औरंगाबाद जिले के वरीय अधवक्ता एवं विष्णुधाम महोत्सव के प्रधान संरक्षक सिद्धेस्वर विद्यार्थी जी ने उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा इस महोत्सव को शुरुआत करने के लिए मैने बेहद प्रयास किया था किन्तु मै सफल नहीं हो पारहा था। फिर मैने भाई अजीत कुमार सिंह को इसके लिए उत्साहित किया और वे तैयार हो गये। 2021 से यह महोत्सव सौ डेढ़ सौ प्रयोजकों के सहयोग से सफलतपूर्वक मनाया जारहा है। फिर भी बिहार सरकार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि इस पवित्र और मोक्षदायिनी स्थल के प्रति उदासीन है यह आश्चर्य जनक है। जिस स्थल पे कार्तिक पूर्णिमा केदिन लाखों लोग जुटते हों, सरकारी मेला हो, पितरों के मोक्ष के लिए जहाँ प्रथम पिंडदान होता की उसे पर्यटन स्थल के रूप में नहीं चिन्हित किया जाना आश्चर्य जनक लगता है। इस महोत्सव का उद्देश्य इस स्थल को देश और दुनिया के मानचित्र पे लाना है।।
महोत्सव के उपाध्यक्ष एवं पौथू पंचायत के पूर्व मुखिआ संजीव दुबे ने कहा कि हमने इस स्थल को बचपन से देखा है। इसमें स्थानीय श्रद्धालु जनों के सहयोग से ढेर सारे बदलाव हुए हैँ। लाखों लोगो की आस्था इस स्थल से जुड़ी है इस स्थल का विकास नितांत आवश्यक है। सड़क क्षतिग्रस्त है। धर्म शाला धाराशाई होने के कगार पे है। अतः जिला प्रशासन और सरकार से आग्रह करेंगे कि यह स्थल पूर्ण विकसित हो। अपने अध्यक्षीय भाषण में अजीत कुमार सिंह ने कहा कि यह विष्णुधाम मंदिर अत्यंत जीवंत एवं कृपा बरसाने वाला मंदिर है। भगवान विष्णु की कृपा बरसती रहती है। इसका साक्षी मै खुद हूँ। आज मेरे दोनो बेटे खुशहाल हैँ। पदाधिकारी हैँ। वर्ष 2021 से यह महोत्सव हो रहा है तबसे लेकर आज तक जम्होर और आस पास के कई नवजवानों और युवतियों को सरकारी नौकरियाँ प्राप्त हुई हैँ। मुझे गर्व हैकि वैसे सरकारी नौकरी प्राप्त युवा युवती इस महोत्सव में आंशिक दान देकर प्रयोजक बने और खुश हाल है। जिस स्थल का दर्शन करने देश के सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायधीश गण पधारे हों। उसे पर्यटन स्थल के रूप में नहीं चिन्हीत किया जाना दिल में दर्द उतपन्न करता है। हम सभी प्रयासरत हैँ और शीघ्र सफल होंगे।
तत्पश्चात कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की गई। प्रातः साढ़े सात बजे शोभा यात्रा। 8बजे से भगवान श्री हरि विष्णु जी की विशेष पूजा। 10.30 बजे से उद्घाटन। 12 बजे से शैक्षणिक एवं क्रीड़ा से सम्बन्धित प्रतियोगिता। वाद विवाद , निबंध लेखन , रंगोली, क्विज, क्रिकेट मैच , वाली बॉल आदि प्रतियोगिता। महिला फुटबॉल मैच, का भी आयोजन। लोक गीत , लोक नृत्य ,पारम्परिक कीर्तन, भजन, आदि। इस महोत्सव के मुख्य आकर्षण केंद्र बनेंगे। इन सभी कार्यक्रमों के मद्दे नजर विभिन्न उप समितियाँ गठित की गई। मंच एवं साज सज्जा के संयोजक सुरेन्दर गुप्ता जी,बनाये गये। युवा समिति का गठन हुआ जिसके संयोजक अमन राज अधिवक्ता बनाये गये। कोष संग्रह समिति के संयोजक अजीत कुमार सिंह, सांस्कृतिक कार्यक्रम के पभारी संरक्षक सिद्धेश्वर विद्यार्थी जी,सह प्रभारी अजीत कुमार सिंह एवं संजीव दुबे, शोभा यात्रा के प्रभारी राम ध्यान साव एवं सुरेश विद्यार्थी , सरकारी मान्यता प्रदान करवाने हेतु उप समिति के संयोजक राजीव कुमार सिंह बबलू, सम्मान समारोह के संयुक्त संयोजक सिद्धेस्वर विद्यार्थी एवं अजीत कुमारसिंह तथा सुरेन्दर गुप्ता बनाये गये। प्रचार प्रसार हेतु युवा समिति को अधिकृत किया गया। सर्व सम्मति से कोषाध्यक्ष दिलावर सिंह एवं सह कोषाध्यक्ष राम ध्यान साव को मनोनीत किया गया। पूजा के यजमान अशोक कुमार शौंडिक होंगे। पीकू सिंह, सुनील कुमार राणा, मुन्ना कुमार सिंह ,अशोक शौंडिक, महँथ बालकनानंद ब्राहचारी,,शंकर कुमार, दिलावर सिंह,प्रेमजीत सिंह, दीपक कुमार वर्मा अधिवक्ता, मधुसूदन कुमार त्रिवेदी,श्री प्रकाश पासवान, छोटू कुमार, पवन कुमार, सत्यचंडी महोत्सव के अध्यक्ष राजेंदर सिंह, प्रेमकुमार, अमरजीत सिंह बाबू आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन संजीव दुबे जी ने किया।