अम्बा (औरंगाबाद) खबर सुप्रभात समाचार सेवा
कुटुम्बा प्रखंड के डुमरी पंचायत अंतर्गत जौडा गांव निवासी व डुमरी ग्राम कचहरी के वर्तमान सरपंच के पुत्र ललन कुमार ने अपने सरपंच पिता के साथ दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक बलिया कैम्प महराजगंज के शाखा प्रबंधक तथा आर एम कार्यालय औरंगाबाद के मिली भगत से न सिर्फ आर्थिक दोहन करने का आरोप लगाया है बल्कि राशि वसुली का नो ड्यूज सर्टिफिकेट जारी करने के बाद लगभग दो घंटा बाद हथकड़ी लगाकर मंडल कारा औरंगाबाद भेजने का कार्य कर मानसिक समाजिक और राजनीतिक ह्रास पहुंचाने का कार्य किया है। सरपंच पुत्र ललन कुमार ने बताया कि मेरे पिता बाबूलाल यादव कुछ दिन पूर्व के सी सी कर्ज लिए थे। जिसकी अदायगी फरवरी 2023 में लगभग चालीस हजार रुपए चुकाने के बाद कुछ समय का मांग करने पर प्रबंधक ने समय देने का आश्वासन भी दिया। फिर अचानक मेरे पिता बाबूलाल यादव जो कि सरपंच भी है और वे ग्राम कचहरी में मुकदमों का सुनवाई कर रहे थे कि उसी वक्त बैंक प्रबंधक स्थानीय पुलिस के साथ पहुंचे और ग्राम कचहरी न्यायालय का अपमान करते हुए न सिर्फ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया बल्कि न्यायिक प्रक्रिया को भी बाधित किया। इसके अलावा जब आर एम कार्यालय औरंगाबाद को एक लाख बीस हजार रुपए चुकाया गया और उसके बाद जब नो ड्यूज सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया फिर भी दो घंटा बाद हाथ में हथकड़ी लगाकर मंडल कारा औरंगाबाद भेजा गया। ललन कुमार को यह भी कहना है कि मेरे जानकारी में आरबीआई का आदेश की मूल धन से दुगना से ज्यादा पैसा का वसुली नहीं करना है तो फिर जब मेरे पिता मात्र पच्चास हजार रुपए कर्ज लिए थे जिसमें दस हजार रुपए बैंक में ही फिक्स्ड डिपॉजिट किया गया था। उस राशि को भी बैंक ले लिया है। अब सवाल यह उठता है कि बैंक प्रबंधक का मनमानी आखिर जुल्म का सभी सीमा आखिर किसके संरक्षण में पार किया है। सरपंच पुत्र ने बिफरते हुए खबर सुप्रभात को बताया की इसकी शिकायत उच्य अधिकारी से भी करेंगे।