तजा खबर

कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश बचाना भाजपा के लिए चुनौती भरे कार्य, क्या 1188 घोषणा, भोपाल से इलाहाबाद का तीर्थाटन काम आएगा शिवराज सरकार को

आलोक कुमार संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात

भाजपा को कर्नाटक विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव जितना एक चुनौती भरे कार्य हो गया है। शिवराज सरकार मध्य प्रदेश चुनाव जितने के लिए अभी से ही सभी तरह का तिकड़म में जुट गई है। लेकिन घर के भेदिया लंका डांसे वाली चरितार्थ मध्य प्रदेश में भाजपा के साथ दिखाई पड़ता नजर आ रहा है। अथार्त मध्य प्रदेश भाजपा में असंतुष्टों और बागियों का लम्बा कतार शिवराज सिंह चौहान के लिए सर दर्द बढ़ा सकता है जैसा

कि अनुमान लगाया जा रहा है। इसके अलावे भिन्न भिन्न मिडिया हाउसेज यहां तक कि तथा कथित गोदी मिडिया के हवाले से भी यह खबर आ रहा है कि मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार भ्रष्टाचार से घिर चुकी है। बता दें कि मध्यप्रदेश में यदि कहा जाए तो चोरी की सरकार दुसरे शब्दों में आपरेशन लोटस की सरकार शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी चला रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कूल विधानसभा के 230सीट में मात्र 109सीट हासिल हुआ था जबकि सरकार बनाने के लिए कम से कम 116सीट जितना अनिवार्य था। लेकिन मात्र 109सीट जीतकर भाजपा सरकार बनाने से चुक गई और तब कांग्रेस के नेतृत्व में कमलनाथ सरकार का ताजपोशी हुई। भाजपा अपनी हार को पचा नहीं सकी और कांग्रेस के ज्योतिराज सिंधिया को तोड़ने में सफल रही और ज्योतिराज सिंधिया अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए तब प्रदेश में कमलनाथ सरकार यानी कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। इस तरह यदि मध्य प्रदेश में चोरी की सरकार या आपरेशन लोटस की सरकार भी विरोधियों द्वारा कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगा। ज्योतिराज सिंधिया को अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने का लाभ ज्योतिराज सिंधिया को तो मिल रहा है लेकिन उनके समर्थकों को उपेक्षा का दंश झेलने का खबर आए दिन सुर्खियों में रहा करता है। इसके अलावे मध्य प्रदेश में भाजपा के कद्दावर नेता रहे कुसुम मेहदेले, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के भतीजा अनुप मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय, राज्यसभा सांसद प्रभात झा जैसे लोग भी पार्टी में उपेक्षित हैं और इसका दंश भी भाजपा झेल सकती है और सत्ता से बेदखल होना पड़ सकता है।हला की शिवराज सरकार और भारतीय जनता पार्टी सभी तरह का डैमेज कंट्रोल में जुट गई है और अभी तक प्रदेश में 1188 लोक लुभावन घोषणाएं कर चुकी है जिसमें मात्र अभी तक 93में काम शुरू हुआ है। इसके अलावा 32बृद्ध लोगों को हवाई यात्रा के द्वारा भोपाल से इलाहाबाद संगम का तीर्थाटन भी कराया है और अगले बार पती पत्णी के साथ तीर्थाटन कराने का घोषणा भी किया है। लेकिन भाजपा के इन सभी तैयारियों को काटने के लिए कांग्रेस भी भरपूर तैयारी में जुटी हुई है और 13जून को मध्य प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव के ठिक एक दिन पूर्व यानी 12जून को रोड शो करने का एलान प्रियंका गांधी वाड्रा कर भाजपा को निंद उड़ा दी है तथा कांग्रेस प्रदेश में भ्रष्टाचार का मुद्दा बनाकर भाजपा को पंचायत तथा विधानसभा चुनाव में धुल चटाने का रणनिती पर काम कर रही है। इस स्थिति में कर्नाटक के बाद अब मध्यप्रदेश बचाना भाजपा के लिए एक चुनौती भरे कार्य साबित हो रहा है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *