तजा खबर

बिहार : अब बाम दलों में भी टकराव जारी, राजद के बाद सीपीआई बड़ा जनाधार वाली पार्टी : रामनरेश पाण्डेय

खबर सुप्रभात प्रतिनिधि डीके अकेला का रिपोर्ट

एक तरफ तो महागठबंधन में संसदीय सीटों को लेकर जहां भारी घमासान व तकरार छिङा हुआ है, वहीं दूसरी ओर वामपंथी दलों के बीच भी आपसी तकरार व लङाई तीव्र हो गई है।भाकपा माले की जरूरत और अपने क्षमता के मध्येनजर अधिक सीट पर चुनाव लङने की नाहक दावेदारी को सीपीआई ने सिरे से बिल्कुल नकार दिया है। उन्होंने स्पष्ट

कहा कि मात्र 12 विधायकों वाली भाकपा माले की 5 लोक सभा सीट पर दावेदारी है, इस पर मुस्तैदी से जोरदार सवाल उठाते हुए सीपीआई के राज्य नेतृत्व सक्रिय होकर जमकर बिफर पङा है। हलांकि सीपीआई के अभी मात्र दो ही विधायक हैं, इसी दौरान सीपीआई को सिर्फ एक सीट महागठबंधन की ओर से मिलने जा रही है।इस पर सीपीआई के राज्य सचिव राम नरेश पाण्डेय ने माले को खुलेआम चेतावनी दे डाली है। दो टूक शब्दों में उन्होंन साफ- साफ कह दिया है कि भाकपा माले अनावश्यक दावेदारी और लोभ से परहेज सख्ती से करे। साथ ही महागठबंधन की एकता को बरकरार रखते हुए चुनावी समर में दिलेरी से उतरे। इन्डिया महागठबंधन में बिहार में राजद के बाद सबसे ज्यादा जनाधार वाली पार्टी सीपीआई ही है। भाकपा को बेगूसराय के अलावे मधुबनी और बांका सीट हर हालत में चाहिए। भाकपा माले से एक अहम् सवाल कि 6 बार जीत वाली मधुबनी और वामपंथ में सबसे मजबूत संगठन वाली पार्टी सीपीआई को क्यों नहीं टिकट मिलना चाहिए ?