अम्बुज कुमार , खबर सुप्रभात
प्रधानाध्यापक कुलदीप चौधरी की अध्यक्षता एवं साहित्यकार शंभू शरण सत्यार्थी की देख रेख में कार्यक्रम का शुभारंभ रामकृत महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। आगत अतिथियों का स्वागत महेन्द्र कुमार ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व प्रमुख व भाकपा नेता नागेश्वर यादव ने कहा कि रामकृत महतो के सामाजिक और शैक्षणिक योगदान को विस्मृत नहीं किया जा सकता। अगर रामकृत महतो न होते , तो यह क्षेत्र शिक्षा के मामले में आज भी पिछड़ा रहता। वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद’अचल’ने कहा कि रामकृत महतो एक
व्यक्ति का नाम नहीं, बल्कि एक विचारधारा का नाम है।रामकृत महतो ने अपने जीवन काल में सुदूर क्षेत्र में उच्च विद्यालय की स्थापना कर जो शिक्षा की ज्योति जलाई थी,वह आज भी धरोहर के रूप में विद्यमान है।
कार्यक्रम को पूर्व मुखिया चन्द्रशेखर सिंह, प्रो. नन्दु कुमार, डा. उदय कुमार, शिक्षिका नीतू कुमारी, डा. राजेश कुमार विचारक, उपेन्द्र सिंह, विजय यादव, योगेन्द्र मेहता, विनय कुमार ने भी रामकृत महतो के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर फुटबॉल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
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