औरंगाबाद संवाद सूत्र , खबर सुप्रभात
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डा सुरेश पासवान ने दाउदनगर थाना के शमशेर नगर रविदास टोला निवासी 30 वर्षीय वीरेंद्र कुमार राम पिता रामचंद्र राम की मौत किस परिस्थिति में हुआ है यह तो जांच से स्पष्ट होगा। वीरेंद्र राम का लाश घर पहुंचते ही पुरे गांव में कोहराम मच गया, उसके मां सदमे में चली गई और देखते ही देखते बेटा के लाश पर ही अपना दम तोड अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया।
उसे अपने ही गांव के ठिकेदार के द्वारा सड़क निर्माण कंपनी में काम करने के लिए नालंदा जिला के चंडी मे एक सप्ताह पहले ले जाया गया था। जहां से कल शाम निजी एम्बुलेंस से उसके घर लाश भेज दिया गया। परिजनों के द्वारा सीधे सीधे वीरेंद्र राम की हत्या कर लाश भेजने का लिखित आवेदन दाउदनगर थाना में दिया गया है। चूंकि ठिकेदार के द्वारा उसके विमार होने या अचानक मौत हो जाने का सुचना परिवार या गांव के किसी को भी नहीं दिया जाना, चंडी, नालंदा के अस्पताल में इलाज नहीं कराया जाना, वहां के पुलिस प्रशासन को इसकी सुचना नहीं दिया जाना कहीं न कहीं परिजनों के संदेश को पुख्ता करता है। इसलिए पुलिस प्रशासन को इस मौत के कारणों का एसआईटी गठित कर अविलंब सच्चाई को सामने लाना चाहिए एवं कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई होना चाहिए तथा पीडीत परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराया जाना चाहिए । मैं जिला प्रशासन से मांग करता हूं कि मृतक के परिजनों को पच्चास लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। चूंकि वीरेंद्र युवा था, कम्प्यूटर आपरेटर का काम करने गया था परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। परिवार अत्यंत गरीब एवं बेसहारा है इसलिए शासन प्रशासन का पुरा सहयोग मिलना चाहिए।