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लैपटॉप खोलेगा रेलवे टिकटों की दलाली के गहरे राज; औरंगाबाद-गया में छापेमारी में तीन आरोपी गिरफ्तार, मचा हड़कंप

बिहार में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने औरंगाबाद और गया में तीन स्थानों पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से रेल टिकट दलालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई पूर्व मध्य रेल के दीनदयाल उपाध्याय मंडल के आरपीएफ के कमांडेंट जतिन बी राज के निर्देश पर की गई है। कार्रवाई में तीन रेल टिकट दलालों को दबोचा गया है। साथ ही रेल टिकट बुकिंग के लिए इस्तेमाल किए जा रहे लैपटॉप और प्रिंटर भी जब्त किए गए हैं। नकदी भी बरामद की गई है।

माना जा रहा है कि जब्त लैपटॉप से रेल टिकटों की दलाली के गहरे राज खुलेंगे। आरपीएफ पोस्ट रफीगंज के प्रभारी निरीक्षक वीके सिंह ने बताया कि कमांडेंट के निर्देश पर उनके नेतृत्व में औरंगाबाद और गया जिले में रेल टिकट दलालों के तीन ठिकानों पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से रविवार को देर शाम छापेमारी की गई। छापेमारी में उम्मीद के मुताबिक सफलता मिली है। पहली छापेमारी औरंगाबाद

जिले के गोह थाना क्षेत्र में देवहरा स्थित एक वसुधा केंद्र और डिजिटल इंडिया कॉमन सेंटर में की गई। दोनों ठिकानों से इनके संचालक पिंटू कुमार और जनमेजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दूसरी छापेमारी गया जिले में टेकारी थाना क्षेत्र में पंचानपुर स्थित संवासिन डिजिटल सेंटर पर की गई। जहां से इसके संचालक अनुज पासवान को गिरफ्तार किया गया। इस ठिकानें से करीब एक लाख पांच हजार रुपये के अवैध रेलवे ई-टिकट बरामद किए गए। साथ ही लैपटॉप भी जब्त किया गया। लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। उम्मीद है कि लैपटॉप की जांच में रेल टिकटों के अवैध कारोबार के गहरे राज खुलेंगे। छापेमारी अभियान में गोह और टेकारी थाना पुलिस भी शामिल रही। आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक ने सोमवार को बताया कि साइबर कैफे की आड़ में इनके संचालक रेल टिकटों का अवैध कारोबार किया करते हैं। आरपीएफ को लगातार इनपुट मिल रहा था कि रेलवे के ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम में सेंधमारी कर रेल टिकटों का अवैध कारोबार किया जा रहा है। इस कारण आम यात्रियों को तत्काल जैसी सुविधा का लाभ लेने में कठिनाई हो रही थी। जबकि दलालों के माध्यम से रेल टिकट आसानी से उपलब्ध हो जा रहे थे। इस तरह की शिकायतों के बाद आरपीएफ ने अपने खुफिया नेटवर्क के माध्यम से रेल टिकट दलालों के बारे में जानकारी की। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।रेल सुरक्षा बल की इस कार्रवाई से रेल टिकटों का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है। छापेमारी के बाद कुछ कारोबारियों ने अपने ठिकानों से साइबर कैफे का बोर्ड हटा दिया है। कुछ अपने घर से चोरी छिपे यह काम करने लगे हैं। वहीं, कुछ ने फिलहाल धंधा ही बंद कर दिया है।

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