औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
23मार्च को शहिद ए भगतसिंह राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस के 92वां शहादत दिवस के अवसरों पर माकपा के घटक जनवादी लेखक संघ के बैनर तले मदनपुर प्रखंड मुख्यालय में होने वाले”भगतसिंह के नाम एक शाम” विषय पर सेमिनार एवं कवि सम्मेलन के लिए प्रशासनिक अनुमति नहीं मिलने पर स्थगित कर दिया गया है। इसकी
जानकारी जनवादी लेखक संघ के जिला सचिव प्रोफेसर अलखदेव प्रसाद अचल एवं स्वागत समिति के सचिव व माकपा नेता बीरेंद्र प्रसाद तथा अध्यक्ष संजय कुमार यादव ने संयुक्त रूप से प्रेस नोट जारी कर गंभीर चिंता एवं असंतोष ब्यक्त किया है। नेताओं ने कहा प्रशासन द्वारा कार्यक्रम आयोजित करने का अनुमति नहीं देकर शहिद -ए-आजम भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के शहादत का अपमान किया है। जब बीरेंद्र आयोजन समिति के सचिव बिरेंद्र प्रसाद से पुछा गया कि आखिर प्रशासन द्वारा कार्यक्रम के लिए अनुमति क्यों नहीं दिया गया के उत्तर में उन्होंने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अचार संहिता लागू है इसलिए अनुमति नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि रामनवमी के अवसर पर जब जूलूस/प्रदर्शन किया जा सकता है एवं 23मार्च को जब किसानों का पैदल मार्च हो सकता है जिला मुख्यालय में शहादत दिवस मनाया जा सकता है तो फिर मदनपुर में प्रशासनिक अनुमति क्यों नहीं यह निश्चित रूप से प्रशासन कटघरे में खड़ा हो चुका है और इसके लिए उन्होंने तमाम लोकतांत्रिक व एवं जनवादी शक्तियों से विचार करने का आह्वान किया है। उन्होंने आगे कहा कि भगतसिंह राजगुरु और सुखदेव के विचारों को प्रशासनिक डंडे के बदौलत रोका नहीं जा सकता है और अब अगला तिथि 9अप्रैल निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात का है कि तमाम लोकतांत्रिक एवं जनवादी तथा धर्म निरपेक्ष शक्तियां देश के हिफाजत के लिए शहादत और कुर्बानी के परम्परा को आगे बढ़ाते हुए शहीदों के सपनों का भारत निर्माण के लिए आगे आएं।
Excellent write-up
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