आलोक कुमार संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात
कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम 13 मई को सामने आया जिसमें कांग्रेस पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए अपनी तैयारी प्रारंभ कर दी है। चुनाव परिणाम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र दास मोदी बधाई देते हुए 75 सालों से चली आ रही परंपरा को निर्वाहन करते हुए बधाई दी है जिससे माना जा रहा था कि देश में हर्षों से चली आ रही परम्परा का निर्वाहन कर प्रधानमंत्री कर्नाटक में हार स्वीकार कर लिए हैं। लेकिन चुनाव परिणाम के महज़ 24
घंटे बाद कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रवीण सुड को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का डायरेक्टर बनाकर पीएम नरेंद्र दास मोदी बधाई देकर केवल खानापूर्ति और दिखावा करने का महज औपचारिकता पूरी किये हैं। और भाजपा तथा पीएम नरेंद्र दास मोदी अभी भी हार को दिल से पचा नहीं रहे हैं। बंता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम के 24 घंटा के अंदर सीबीआई डायरेक्टर के रूप में कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रवीण सुड को आनन फानन में जिस तरह कमिटी सदस्यों के राय को दरकिनार कर नियुक्त किया गया है इससे साफ जाहिर होता है कि दाल में कहीं काला है और तभी वैसे पुलिस अधिकारी को सीबीआई डायरेक्टर बनाया गया जिनके विरुद्ध कांग्रेस हमेशा भाजपा के लिए काम करने और कांग्रेस के विरुद्ध काम करने का आरोप लगाते रहा है। यहां तक कि कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने प्रवीण सुड को नालायक पुलिस अधिकारी कहा था और गिरफ्तार करने का भी नसीहत दिया था। दरअसल कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष का आरोप रहा है कि डीजीपी प्रनव सुड प्रदेश में भाजपा के लिए काम कर रहे हैं और इसीलिए कांग्रेस के लगभग 50 कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है और भाजपा को मदद पहुंचाने का कार्य किया गया है। वैसे लोग को सीबीआई का डायरेक्टर बनाकर पीएम मोदी यह संदेश देने का कार्य किए हैं कि भाजपा को हार पच नहीं रहा है और बनने वाली नई सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ाने का एक मजबूत जुगाड कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार नये सीबीआई डायरेक्टर के नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी, मुख्य निर्वाचन डीवाई चंद्रचूड़ तथा विपक्ष के अधीर रंजन चौधरी का कमिटी में सहमती नहीं बन सका फिर भी प्रवीण सुड को सीबीआई डायरेक्टर बनाया गया जिससे तरह तरह के अटकलें लगाई जा रही है। जानकारी के अनुसार अधीर रंजन चौधरी को कहना था कि सूची यह जानकारी नहीं है कि जिन तीन लोगों का सीबीआई डायरेक्टर बनाने के लिए सूची में नाम शामिल है उसमें कौन वरीय है और कौन कनीय है इसकी जानकारी नहीं है इसी तरह सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को भी मानना था कि प्रोसेस का कागजात उपलब्ध नहीं है। फिर भी इन शिकायतों को यदि नजर अंदाज कर प्रधानमंत्री प्रवीण सुड को सीबीआई डायरेक्टर बनाने में कामयाब रहे तो निश्चित रूप से यह कहा जा सकता है कि पीएम मोदी और भाजपा दिल से कर्नाटक में हुए हार को अभी पचा नहीं रहे हैं।
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