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जिला प्रशासन के सूझ बूझ तथा सक्रियता से दो समुदायों के बीच टला संप्रदायिक हिंसा, हसपुरा थाना परिसर में की गई शांति समिति के बैठक

अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा

02 जुलाई (रविवार) को प्रातः 6 बजे के करीब औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड के हसपुरा पंचायत एवं अमझर शरीफ पंचायत में अवस्थित 3 मंदिर परिसरों एवं एक बंद दुकान के बाहर कुछ मांस के टुकड़े पाए गए थे। इसके साथ ही कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मुखिया एवं कुछ अन्य लोगों के विरुद्ध एक पोस्टर चिपकाया गया था। इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को प्राप्त होते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए तुरंत उन मांस के टुकड़ों को हटाया गया एवं मंदिरों की साफ सफाई कराई गई। इस मामले को जिला पदाधिकारी के संज्ञान में आते ही उनके निर्देशानुसार अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउदनगर द्वारा हसपुरा बाजार एवं अमझर शरीफ पंचायत में जाकर स्थिति

को नियंत्रित किया गया। साथ ही साथ एसडीएम, एसडीपीओ एवं सीओ द्वारा स्थानीय लोगों से वार्तालाप किया गया एवं जिला प्रशासन के साथ सहयोग की अपील की गई। इसके साथ ही स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जगह जगह पर पर्याप्त मात्रा में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही हर 02 घंटे पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट द्वारा संबंधित थाना को खैरियत समर्पित करने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त हसपुरा पंचायत एवं

अमझरशरीफ पंचायत में वीडियो कैमरा एवं सीसीटीवी कैमरा की मदद से पूरे स्थानीय क्षेत्रों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, औरंगाबाद के निर्देशानुसार उक्त मामले में प्राथमिकी दर्ज कर असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है। जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अपर समाहर्ता द्वारा स्वयं स्थल निरीक्षण कर मामले का संज्ञान लिया गया एवं हसपुरा थाना परिसर में जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में शांति समिति के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक कर दोनों पक्षों से सहयोग की अपील की गई। साथ ही साथ दोनों समुदायों के लोगों से इस बारे में फीडबैक भी प्राप्त किया गया। मौके पर उपस्थित सभी शांति समिति के सदस्यों द्वारा जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया गया। इसके पश्चात एसडीएम एवं एसडीपीओ के नेतृत्व में स्थिति को सामान्य बनाए रखने हेतु फ्लैग मार्च भी किया गया। इस फ्लैग मार्च में दोनों समुदायों के शांति समिति के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। फिलहाल जिला प्रशासन द्वारा स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है एवं शांति व्यवस्था बरकरार है। इस तरह से औरंगाबाद जिला प्रशासन त्वरित कार्रवाई के साथ साथ पूरे क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए कृत संकल्पित है। आम जनों से अपील की जाती है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें एवं जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई में अपेक्षित सहयोग प्रदान करें।

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