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समाज से अलग महसूस नहीं करे पीड़ित

औरंगाबाद से अधिवक्ता शतीश स्नेही का रिपोर्ट

आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के बैनर तले मध्य विद्यालय मंझार रजोई में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता महीला पैनल अधिवक्ता निवेदिता कुमारी ने किया और संचालन पारा विधिक स्वयं सेवक रोमा पाठक ने किया,जिसका विषय था

तस्करी और वाणिज्यिक यौन शेषण पीड़ितों के लिए नालसा योजनाएं 2015 पर विधिक जागरूकता, पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि ऐसे तस्करी और वाणिज्यिक यौन शेषण से पीड़ित लोग समाज से अलग थलग महसूस न करें इसके लिए नालसा ने बहुत सारी योजनाएं बनाई हैं जिसको देश स्तर पर क्रियान्वित संचालित और प्रचारित किया जाता है आम आदमी की तरह इन पीड़ितों को भी सामान्य जीवन जीने का मूल अधिकार है जिला विधिक सेवा प्राधिकार पीड़ितों को बचाव के समय और सुनवाई के समय विधिक सहायता, निशुल्क पैनल अधिवक्ता प्रदान करता है, प्राधिकार के माध्यम से मुआवजा में आसानी होगी, पुनर्वास के लिए उपलब्ध सुविधाओं का व्यवस्था सम्भव हो पाएगा, तस्करी के शिकार और तस्करी रोकने के प्रति जागरूकता फैलाया जाएगा, अधिवक्ता ने कहा कि इन पीड़ितों को कानूनी लाभ दिलाने में सहायक संस्थाओं और सेवकों को समय समय पर प्रशिक्षित करना भी प्राधिकार का उद्देश्य है,इन अपराधों के रोकथाम, बचाव और पुनर्वास के प्रति समाज के कमजोर वर्गों को अधिक से अधिक जागरूक करना मकसद है,इस अवसर पर सरपंच रामप्रवेश राम, संगीता कुमारी सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।

2 thoughts on “समाज से अलग महसूस नहीं करे पीड़ित”

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