रांची से सुनील सिंह का रिपोर्ट
नूपुर शर्मा जी के द्वारा मोहम्मद पैगंबर के संबंध में मुस्लिमो के ही ग्रंथों में लिखी हुई बातों को एक चैनल में बहस के दौरान उजागर करने को एक बहाना बनाकर दस जून शुक्रवार को मुस्लिम आतंकियों के द्वारा सम्पूर्ण देश में एक साथ उपद्रव मचाया गया। हिंदू समाज एवं देश की संपत्तियों को नष्ट किया गया, कई निर्दोष व्यक्तियों के वाहन जलाए गए। यहां तक कि रांची में पत्रकारों, छायाकारों को भी नही छोड़ा गया, पुलिस फोर्स पर दंगाईयों ने पत्थर एवं गोली चलाकर एसएसपी, रांची सहित कई पुलिसकर्मियों को घायल किया गया। दंगा के उपरांत रांची पुलिस प्रशासन द्वारा दंगाइयों के पोस्टर कई सार्वजनिक स्थानों पर लगाया गया किंतु दुर्भाग्यवश मात्र दो घंटे के अंदर ही सरकार के आदेशानुसार पुलिस ने ही उन पोस्टरों को हटा लिया। यह कार्रवाई हिंदू एवं देश विरोधी है जो कांग्रेस के दबाव में झारखंड सरकार द्वारा घटिया निर्णय लिया गया। सरकार के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का जी द्वारा पोस्टर लगवाए जाने के संबंध में एसएसपी, रांची को एक नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है जो घोर निंदनीय है। झारखंड सरकार की मुस्लिमों के प्रति ऐसा प्रेम देखकर हिंदू समाज में मुस्लिमो से एक भय का माहौल कायम हो चुका है। जब हेमन्त सरकार में पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम गैर- मुस्लिम कैसे रहेंगे यह यक्ष प्रश्न है। ऐसी कार्रवाई को राज्य सरकार द्वारा गुंडई व दुष्टता ही कही जाएगी। झारखंड के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है। सैल्यूट तिरंगा झारखंड सरकार के इस हिंदू एवं देशविरोधी कार्रवाई की घोर निन्दा करता है और हेमंत सोरेन सरकार को चेतावनी देता है कि समय रहते सुधर जाए नही तो हिंदू समाज सड़क पर उतरकर “सरकार हटाओ आंदोलन” प्रारंभ करने को बाध्य हो जायेगा।
प्रमोद कुमार मिश्र
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री
सैल्यूट तिरंगा
Excellent write-up