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औरंगाबाद ब्यवहार न्यायालय में जजों के कमी से न्यायिक ब्यवस्था प्रभावित, समयानुसार मुकदमों का नहीं हो रहा निष्पादन : अधिवक्ता शतीश स्नेही

औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा


आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि महत्वपूर्ण एकमात्र परिवार न्यायालय समेत कई एडीजे कोर्ट कई माह से
वेकेंट है जिसमें आज के तिथि में व्यस्ततम कोर्ट परिवार न्यायालय 03 जनवरी 2023 से वेंकट है
जिसमें लगभग 1500 पारिवारिक मामलों है, जिसमें दोनों पक्षकारो को तिथि पर मायुसी हाथ लग रही है वहीं कोरोना काल में व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में 15 एडीजे कोर्ट थे अब मात्र 09 एडीजे है जिसमें 04 स्पेशल कोर्ट के जज है और एक एडीजे सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव है, एडीजे के कमी के कारण कई एडीजे कोर्ट वेकेंट है एडीजे 15 कोर्ट
मैं भी एक हजार से अधिक ट्रायल से सम्बंधित वाद लम्बित है, अधिवक्ता ने आगे बताया कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में कोर्ट भवन की संख्या बढ़ाई गई मगर जजों की
संख्या नहीं बढ़ाई गई हाईकोर्ट पटना व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में बढ़ती वादों के संख्या देखते हुए एडीजे की संख्या बढ़ाए ताकि लम्बित मामलों में सुनवाई तेजी से हो सकें,


आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि महत्वपूर्ण एकमात्र परिवार न्यायालय समेत कई एडीजे कोर्ट कई माह से
वेकेंट है जिसमें आज के तिथि में व्यस्ततम कोर्ट परिवार न्यायालय 03 जनवरी 2023 से वेंकट है
जिसमें लगभग 1500 पारिवारिक मामलों है, जिसमें दोनों

पक्षकारो को तिथि पर मायुसी हाथ लग रही है वहीं कोरोना काल में व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में 15 एडीजे कोर्ट थे अब मात्र 09 एडीजे है जिसमें 04 स्पेशल कोर्ट के जज है और एक एडीजे सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव है, एडीजे के कमी के कारण कई एडीजे कोर्ट वेकेंट है

एडीजे 15 कोर्ट मैं भी एक हजार से अधिक ट्रायल से सम्बंधित वाद लम्बित है, अधिवक्ता ने आगे बताया कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में कोर्ट भवन की संख्या बढ़ाई गई मगर जजों की संख्या नहीं बढ़ाई गई हाईकोर्ट पटना व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में बढ़ती वादों के संख्या देखते हुए एडीजे की संख्या बढ़ाए ताकि लम्बित मामलों में सुनवाई तेजी से हो सकें।

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