तजा खबर

जेनिथ विद्यालय में संत रविदास जयंती पर सेमिनार का आयोजन

औरंगाबाद से अम्बुज कुमार का रिपोर्ट

जेनिथ विद्यालय ने संत रविदास जयंती के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार में बच्चों को संत रविदास के जीवन और उनके विचारों के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। यह सेमिनार बच्चों को समाज में समर्पित व्यक्तियों के बारे में जागरूक करने का एक माध्यम भी बना। संत रविदास जी के उदाहरण और सिद्धांतों को समझाने के लिए, विद्यालय ने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया, जिसमें छात्रों ने उनके द्वारा रचित दोहा, पद तथा प्रेरणादायक विचारों को साझा किया। सेमिनार में शिक्षकों और छात्रों ने साथ मिलकर संत रविदास जी के संदेशों को गहराई से समझा और उनके आदर्शों को अपनाने के महत्व को बताया। इस संदर्भ में, विद्यालय के प्रमुख विकाश कुमार सिंह ने कहा, “संत रविदास जी का संदेश हमें सामाजिक न्याय, भाईचारा, और समरसता की ओर अग्रसर करता है। यह सेमिनार हमें उनके विचारों को आत्मसात करने और उनके मार्गदर्शन में चलने के लिए प्रेरित करता है।” वरीय शिक्षिक शिव शंकर प्रसाद ने बताया की संत रविदास जयंती हिंदू पंचाग के अनुसार माघ महीने की पूर्णिमा तिथी पर मनाई जाती है। इनके जन्म को लेकर विद्वानों में मतभेद है। लेकिन अधिकतर विद्वान सन 1398 में माघ शुक्ल पूर्णिमा को इनका जन्म मानते है। माघ मास की पूर्णिमा को रविदास जी ने जन्म लिया तो वह रविवार का दिन था जिसके कारण इनका नाम रविदास पड़ा। इस सेमिनार ने छात्रों को न केवल संत रविदास जी के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जागरूक किया, बल्कि उन्हें समाज में सजीव भागीदार बनाने के लिए भी प्रेरित किया। विद्यालय का यह पहल एक समर्पित समाज के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है।