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सफाई एजेन्सी पाथया और नगर कार्यपालक पदाधिकारी की मिलीभगत से लाखों-लाख सरकारी राशि का बेरोकटोक बंदरबांट व घोटाला

नवादा से डी०के० अकेला का रिपोर्ट


नवादा नगर के मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी के प्रतिनिधि संजय कुमार ने खबर सुप्रभात के मगध प्रमंडल के प्रतिनिधि को बताया कि जब से नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ज्योति प्रकाश आये हैं, बोर्ड के बोर्ड के माननीय सदस्य एवं मुख्य पार्षद को आपस में लङाकर मनमानी रूप से बिना नियम कानून के ही अवैध काम करते हैं। मैं पहले भी कई बार इनके काले कारनामें की जांच पड़ताल के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को लिखित आवेदन पत्र दिया है,लेकिन अभी तक जांच नहीं होने के कारण भ्रष्ट कार्यपालक पदाधिकारी का मनोबल बढ़ा हुआ है।साथ ही नित्य प्रतिदिन गलत गलत काम करते रहते हैं। इससे नगर परिषद कार्यालय की बदनामी और नगर पार्षद की गरिमा धूमिल हो रहा है। मुख्य पार्षद प्रतिनिधि ने स्पष्ट कहा कि ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी के रहते बोर्ड और झेतर विकास कदापि न हो पायेगा।ऐसे लुटेरे पदाधिकारी को अविलंब तबादला कर योग्य अधिकारी को नवादा में पदस्थापित करने का कष्ट करें। सरकारी नियम कानून के खुलेपन उलंघन करने के ताजा प्रमाण भरे पङे हैं,जो क्रमशः निम्न हैं। ये मुख्य पार्षद के आदेश को कतई नहीं मानते हैं, ये मुख्य पार्षद के द्वारा बुलाये बोर्ड की बैठक नहीं बुलाकर बार्ड पार्षदों के आवेदन पर बिना मुख्य पार्षद के सहमति से बोर्ड का बैठक अवैध तरीके से बुला लेते हैं। इससे मुख्य पार्षद के अधिकार का हनन होता है और गरिमा धूमिल करने की सुनियोजित साजिश है, 16 01 2024 को मुख्य पार्षद पिंकी कुमारी के आदेश के बिना अवैध व गैर कानूनी रूप से बोर्ड का बैठक कर लिए हैं, उसे अविलंब निरस्त किया जाए, बिना किसी सहकारी आदेश के अपने मन से टेन्डर निकाल देते हैं और संवेदक के साथ मिलकर सरकारी राजस्व का बारा न्यारा करते रहते हैं, नवादा नगर परिषद में सफाई मात्र 20 पर्सेंट हो पा रहा है।नवादा नगर की सारे गलियों में पानी भरा हुआ है।कई मुहल्ले में तो नाली का पानी ओवर फलो होता रहता है। लोग नाली के ही पानी में आने जाने विवश हैं। इतना ही नहीं बल्कि उसके बाद भी सफाई नहीं होने पर भी एजेन्सी से सांठगांठ करके नाजायज राशि लेकर उसका भुगतान !00% कर रहे हैं ,जो कि वतिय घोटाले का मामला
बनता है, नगर परिषद नवादा पिछले साल स्वच्छता में बिहार में 25 रैंक पर था परन्तु इस साल नवादा नगर परिषद 100 वेअः से भी बाहर चला गया है,  नगर परिषद नवादा पिछले साल सवयसथा ,  कार्यपालक पदाधिकारी सफाई एजेन्सी और कार्यपालक पदाधिकारी के गठजोङ से शहर का सारा कचङा निर्धारित व चयनित स्थल नहीं गिराकर शहर का एक मात्र खुशी नदी में ही फेंक रहा है।
जिससे खुरी नदी का आस्तिव ही समाप्त हो रहा है।जिससे नदी का, आस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। ।8 ; ये बिना सुचना के ही 10-10 दिन गायव रहते हें, और कार्यालय आते हैं तो 1-2 घन्टा के बाद कार्यालय छोङ देते हैं ,जिससे आम आवाम अपनी समस्या नहीं रख पाते हैं और मुख्य पार्षद भी कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात करना चाहती है पर बात नहीं कर पाती है,  जब से ज्योति प्रकाश आये हैं, मिटिंग छोड़कर कभी भी मिलना नहीं हुआ है और न तो फोन पर बात हो पाता है,  जब से कार्यपालक पदाधिकारी आये हैं, विभाग से कोई भी पत्र आता है,उसकी सूचना तक हमें नहीं देते हैं और न ही उसका कॉपी भेजते हैं। यहां तक कि सारे ऑफिस स्टाफ को मना कर दिए हैं। इसके चलते हमें पता ही नहीं चलता है कि विभाग से क्या-क्या आदेश आया तथा हमें क्या करना है, जिसके कारण आम जनता के बीच सरकार की उपलब्धि या दिशा-निर्देश नहीं बता पाते हैं, जब से ज्योति प्रकाश आये हैं, नगर परिषद में भयंकर लूट मचा रखे हैं, गलत-गलत बिल और भौचर बनवाकर लाखों-लाख रूपये का बितिये घोटाला करने में मशगूल हैं।
नगर परिषद के मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि संजय कुमार ने तमाम संबंधित विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया है कि हमारी उपस्थिति में जांच पड़ताल कराकर दोषी व भ्रष्ट कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ विधि सम्मत उचित कार्रवाई करें और सम्भव हो तो ज्योति प्रकाश का अविलंब तबादला करते हुए किसी योग्य कार्यपालक पदाधिकारी को भेजने के लिए आवेदन पत्र समर्पित किया है।साथ ही साथ उन्होने यह भी स्पष्ट कर दिए हैं कि यदि हमारे आवेदन पर सार्थक विचार-विमर्श नहीं किया गया तो हम बाध्य होकर माननीय उच्च न्यायालय के दरबाजा खटखटाने के लिए मजबूर हो जाऊंगा।