पटना से वेदप्रकाश का रिपोर्ट
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से0) के पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक जीतन राम माॅंझी के सरकारी आवास 12 एम. स्ट्रैण्ड रोड, पटना में सत शिरोमणी रविदास का जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सिकन्दरा विधायक प्रफुल्ल कुमार माॅंझी ने अपना उदगंर व्यक्त करते हुए कहा कि संत रविदास कर्मयोगी थे वे कर्म को ही पुजा मानते थें। रविदास वाह्यडम्बर के विरोधी थे। वे कहते थे कि मेरे मन में ही राम हैं। मैं उन्हें ही पूजता हूॅं।
प्रफुल्ल कुमार माॅंझी ने यह भी कहे कि संत रविदास वर्ण व्यवस्था के खिलाफ थें। इसीलिए संत ने कहा था कि जब सभी मानव एक ही नूर के संतान हैं, एक ज्योति पंज से सब का जन्म होता है तो फिर चमार और ब्रहामण कहाॅं से वर्ण अवर्ण कहाॅं से आया। सभी तो एक ही प्रभु के सन्तान हैं। मुख्यतया वे कर्म योगी पूजा मानते थे।
इस अवसर पर पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि संत रविदास मानसिक पूजा के पक्षधर थें। उन्होंने कहा था कि ‘‘मन चंगा तो कढ़ौती में गंगा’’ भगवान के इतने बड़े भक्त थें कि मीरा ने भी उनकी शीश्वत ग्रहण कर ली थी।
इस अवसर पर डाॅ0 धरम सिंह, अमीत पटेल, संजर आलम, विजय यादव प्रदेश महासचिव सह प्रदेश मुख्य प्रवक्ता, मो0 शैफुद्दिन, रघुवीर मोची, इरफानुल हक, सुनील कुमार, तनवीर उर रहमान, अनिल कुमार रजक, कुन्दन कुमारी इत्यादि नेताओं एवं सदस्य उपस्थित थें।