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सहदेव चौधरी की इमानदारी और चरित्र अनुकरणीय : प्रोफेसर रामजी सिंह

अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा


पूर्व मंत्री सदैव चौधरी की पुण्यतिथि समारोह पूर्वक जनेश्वर विकास केंद्र के तत्वाधान में सहदेव चौधरी पुस्तकालय देव मे मनाई गई । समारोह की अध्यक्षता जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष राम जी सिंह ने किया तथा संचालन अधिवक्ता जसवंत कुमार ने किया। जनेश्वर विकास केंद्र के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया की कार्यक्रम का उद्घाटन सदैव

चौधरी के तैल चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कर किया गया। तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व और कृतित्व विषय पर संगोषी आयोजित की गई ।संगोष्ठी में मुख्य अतिथि अनुग्रह स्मारक कॉलेज औरंगाबाद के प्रोफेसर दिनेश प्रसाद ने बताया की सहदेव चौधरी का व्यक्तित्व इतना सरल और सहज था की प्रत्येक आदमी के उनको अपने बीच के आदमी समझता था। साथ ही उनसे मिलने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती थी ।उनका यह गुण का आज के जनप्रतिनिधियों में दिखाई नहीं पड़ता । संकट मोचन एवं शिव मंदिर शिवगंज के सचिव गोकुल सिंह ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश जलते हुए बताया कि उनके जैसा जनप्रतिनिधि अब दिखाई नहीं पड़ते। संगोष्ठी को कृष्ण कुमार दुबे,अधिवक्ता रामाश्रय पांडे,रवी रंजन प्रकाश, सुरेंद्र चौरसिया, बलिराम चंद्रवंशी, किरण मेहता, रंजू देवी, संजय मेहता ,डा महेंद्र हार्ड ने भी संबोधित किया और उनके व्यक्तित्व कृतित्व की प्रशंसा की ।सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया की सहदेव चौधरी अत्यंत ही गरीब परिवार से आते थे लेकिन अपनी ईमानदारी कर्मठता और और संघर्ष के बल पर उन्होंने जिले के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में नाम अंकित करने में सफल रहे । रफीगंज से विधायक होकर मंत्री बने इसके बावजूद उनकी ईमानदारी एवं चरित्र में कोई अंतर नहीं आया । कहा जाता है की मंत्री रहते उनके बेटे की मृत्यु खून की कमी के कारण हो गया था और घर खपरैल ही रह गया। यही यही कारण था की 1990 में बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री तिलकेश्वर राम जी को हराकर पुनः देव से विधायक बने ।इसके बाद भी उनके इमानदारी और चरित्र पूर्व की तरह बरकरार रहा और भी विधायक रहते 1994 में स्वर्ग सिद्धार्थ गये जिसकी क्षतिपूर्ति आज तक नहीं हो पाया । अध्यक्षीय भाषण में श्री राम जी से नहीं बताया की चौधरी जी भले ही गरीब और और कमजोर थे पर वे चरित्र से बहुत ही मजबूत थे और चरित्र के बल पर ही उन्होंने राजनीतिक जीवन में एक अलग पहचान बनाई थी। यही कारण था कि जितना उन्हें जनता प्यार करती थी उतना ही प्रशासन में रहे लोग उनका मानव सम्मान देते थे ।कार्यक्रम में उपेंद्र यादव ,निखिल कुमार , गुप्ता साव, रत्न तिवारी , जनेश्वर यादव, आदि दर्जनों लोग लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक दीपक गुप्ता ने किया ।

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