डीके अकेला मगध प्रमंडल प्रतिनिधि का रिपोर्ट
औरंगाबाद जिले अम्बा थाना क्षेत्र के परता गांव निवासी आलोक कुमार ने पीयूसीएल को आवेदन देकर कहा है कि ग्राम पंचायत परता के मुखिया और परता निवासी श्याम बिहारी राय उर्फ श्याम बिहारी पासवान तथा इनके पोषित पालित गुर्गों द्वारा गांव में अपने दबंगता का प्रदर्शन एवं अपराधिक पृष्टभूमि तैयार कर भय व आतंक का माहौल तैयार किया जा रहा है।इसके लिए मुखिया और उनके पालतू गुर्गों द्वारा अगङा-पिछड़ा का जातीय उन्माद फैलाकर किसी भी समय अपराधिक घटना का अन्जाम देने के सुनियोजित साजिश में संलग्न है। इसके लिए मुखिया श्याम बिहारी पासवान व उनके पतलचट चमचे द्वारा जन-मानस तथा सरकार व अधिकारियों को गुमराह करने एवं खबर सुप्रभात के निर्देशक सह सम्पादक और उनके परिवार के विरूद्ध कभी अम्बा थाना तो कभी एससी/एसटी थाना औरंगाबाद में झूठा व मनगढ़ंत मुकदमा कर बेवजह परेशान किया जा रहा है।कभी स्वयं और कभी-कभार अपने गुर्गों द्वारा फर्जी मुकदमा करवा रहा है।
इतना ही नहीं, बल्कि परता पंचायत ग्रुप नामक वॉट्स अप पर दर्जनों झूठा और आपत्तिजनक पोस्ट स्वयं और अपने चमचों से आवेदन के माध्यम से झूठ का पुलिन्दा बनवाकर भेज रहा है ,जो गम्भीर जांच का विषय बन गया है।
प्रशासनिक और सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को भी आवेदन बनाकर भेज रहा है। आलोक कुमार का कहना है कि मुखिया व इनके पोषित पालित गुर्गों द्वारा लगाए गए या लगाए जा रहे आरोपों में यदि थोङा सा भी सच्चाई है तो मुखिया अपना नार्को टेस्ट कराये। तब सभी सच्चाई सामने आ जाएगा। सच दिन की रौशनी सा झलक दिखाई पङेगा।
वर्तमान में सचिन कुमार राय उर्फ सचिन पासवान जो मुखिया के चचेरे भतीजा है। अम्बा थाना कांड संख्या 32/24 के तहत एक फर्जी व मनगढ़ंत कहानी बनाकर एससी/एसटी का मुकदमा दर्ज कराया है। जबकि सच्चाई यह है कि 15 02 24 को ग्राम महबीरगंज में सचिन पासवान व राम पुकार पासवान के साथ 9-30 बजे एएम में जानकारी के मुताबिक निशान्त कुमार व अम्बुज कुमार परता ग्राम स्थित अपना घर-पर ही था। घर पर लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज खंघालने से कङवा सच सामने आ जाएगा।
14 दिसम्बर 2023 को आलोक कुमार और उनके लङका अम्बुज कुमार पर ग्राम परता में मुखिया श्याम बिहारी पासवान व इनके पालतू गुंडों द्वारा किए गए जानलेवा हमला का विडिओ में सचिन पासवान भी हमला में मौजूद है। विडिओ में अन्य लोग जो भी शामिल है ,उनका पहचान सचिन पासवान के पिता अमित कुमार राय उर्फ अरूण पासवान जो ग्राम कचहरी परता के सरपंच भी हैं से कराया जा सकता है।सरपंच अमित राय उर्फ अरुण पासवान शराब कारोबारियों का संरक्षक और पैरवीकार भी है।सरपंच के नार्को टेस्ट से भी सच्चाई सामने आ जाएगा।
15 फरवरी 2024 को अम्बा थाना में फर्जी व झूठा मुकदमा दर्ज कराने कौन-कौन गया था,इसकी सच्चाई अम्बा थाना में लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज से साफ जाहिर हो जायेगा कि एक सुनियोजित साजिश के तहत मिलीभगत फर्जी मुकदमा कराया गया है। दिनांक:27 02 24 को मुखिया श्याम बिहारी पासवान व इनके गुर्गे द्वारा आलोक कुमार और इनके दोनों लङके निशान्त कुमार और अम्बुज कुमार का कई दिनों से रेकी तथा पीछा कर रहा था। स्थानीय लोगों के कथनानुसार 27 02 2024 को मुखिया श्याम बिहारी पासवान व उसके पालतू गुंडों ने निशान्त कुमार और अम्बुज कुमार औरंगाबाद में पकङकर जमकर पिटाई कर दिया। किसी तरह दोनों आत्म रक्षार्थ जान बचाकर अपना ईलाज सदर अस्पताल औरंगाबाद में कराया।
नगर थानाध्यक्ष दोनों का फर्द व्यान लिखकर हस्ताक्षर कराये। मुकदमा से बचने के लिए दो दिन बाद अर्थात 19 02 24 को मुखिया श्याम बिहारी पासवान द्वारा एससी/एसटी थाना औरंगाबाद में एक सुनियोजित साजिश के तहत आवेदन देकर 06/24 फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया। आलोक कुमार के ग्राम के आकाश कुमार पिता जितेंद्र सिंह को भी बेवजह आरोपित बनाया गया। यह बिल्कुल आधारहीन व मनगढ़ंत झूठा मुकदमा है।जबकि कथित घटना के समय ये औरंगाबाद व्यहवार न्यायालय में कुछ महत्वपूर्ण कार्यों से थे।व्यवहार न्यायालय स्थित अमन ला हाउस मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में लगेसीसीटीवी कैमरा के फुटेज खंगालने से सच्चाई प्रकाश में आयेगा।लोगों ने बताया कि आकाश कुमार भी औरंगाबाद शहर में नहीं था। संभवतः आकाश कुमार अम्बा थाना के परता ग्राम में ही था। आकाश कुमार का मनोबल न : 7562990206 का टावर लोकेशन खंघालने सच्चाई प्रकाश में आयेगा। मुखिया द्वारा पंचायत में कराया गया कार्यों व भयंकर घोटाला की जांच तथा मुखिया के पुत्र बधु अनिता कुमारी का फर्जी प्रमाण पत्र हुए शिक्षक नियोजन की जांच हेतु जिलाधिकारी ,जिला शिक्षा पदाधिकारी ,अन्वेषण व्यूरो में शिकायत आलोक कुमार व आकाश कुमार द्वारा किया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी तथा निर्वाचन आयोग कुटुम्बा व मनरेगा प्रभारी से आर टी आई के तहत सूचना मांगा गया है।
साथ ही पटना उच्च न्यायालय से पीएलआई दर्ज उक्त मामला को वापस लेने हेतु लगातार कभी एससी/ एसटी थाना औरंगाबाद में अभी तक लगभग 5-6 मुकदमा सवम् व दूसरे से करवाया गया है।मुखिया व उसके गुर्गों तथा अन्य स्वार्थी और लालची प्रवृति के लोगों का गठजोङ प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष ढंग से संगठित है।इसीलिए फर्जी व मनगढ़ंत मुकदमा एससी/ एसटी के तहत तंगोतवाह करने के उद्देश्य से लगातार किया जा रहा है।खबर सुप्रभात यूट्यूब चैनल व न्यूज पोर्टल के द्वारा छापे गये प्रसारित किए गए से भी आक्रोशित मुखिया व इनके गुर्गों का सुनियोजित षड्यंत्र है।
आलोक कुमार का कहना है कि पूरे मामला का स्वयं या विश्वसनीय पदाधिकारी से अथवा एन आई ए से जांच कराकर हम लोगों को अनावश्यक तंगो तबाह और नाहक परेशान होने और फर्जी मनगढ़ंत मुकदमों से बचाया जाए
विदित हो कि भ्रष्ट मुखिया श्याम बिहारी पासवान के द्वारा दिए जा रहे धमकी के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट औरंगाबाद के न्यायालय में सूचना पत्र दाखिल कर आशंका व्यक्त किया गया था जो अक्षरशः सत्य साबित हो रहा है। उक्त मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग के दरवाजे पर दस्तक देने से भी बाज आने बाले नहीं हैं।