औरंगाबाद ख़बर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले में कल्याण विभाग बर्षो से घोटाला के लिए सुर्खियों में रहा है। इस मामले में कई कल्याण पदाधिकारी और विभागीय कर्मियों पर गाज भी गीर चुका है। फिर भी इस विभाग का यदि कारगुज़ारी को उच्चस्तरीय जांच उच्च न्यायालय के देखरेख में कराया जाए तो बड़े बड़े घोटाला और भी प्रकाश में आएगा। इसके अलावे कुछ बैंकों का भी मिली भगत प्रकाश में आने की प्रबल संभावना है। औरंगाबाद जिले के अम्बा स्थित इलाहाबाद अब इंडियन बैंक का जांच रिपोर्ट 2023/35 दिनांक 16/10/23 के तहत एक चौंकाने

वाला जांच प्रतिवेदन जिला कल्याण पदाधिकारी औरंगाबाद को भेजा है। बैंक का शाखा प्रबंधक द्वारा जिला कल्याण पदाधिकारी को भेजें गए जांच प्रतिवेदन से साफ जाहिर होता है कि जांचकर्ताओं द्वारा जांच महज खानापूर्ति और किसी दबाव अथवा प्रलोभन में जांच प्रतिवेदन भेजा गया है। बैंक का त्रुटि पूर्ण जांच प्रतिवेदन से सर्टिफिकेट वाद संख्या 690/22-23 का कार्यवाही भी पुरी तरह से प्रभावित होने की प्रबल संभावना है और छात्रवृत्ति योजना के तहत लगभग दो से ढाई लाख रुपए का रिकवरी अधर में लटक सकता है। मामला एक फर्जी शिक्षण संस्थान टैगोर उच्च विद्यालय नबीनगर के नाम पर 1924500 रुपया का छात्रवृत्ति योजना का राशि को बंदरबांट शिक्षा माफियाओं, कल्याण विभाग तथा बैंक के मिली भगत से डकार लिया गया। और अब जांच के नाम पर लीपापोती का खेल खेलते हुए पुरे मामले को रफा दफा करने का षड्यंत्र रचे जा रहे हैं जो गंभीर जांच का मामला है।