आलोक कुमार , केन्द्रीय न्यूज डेस्क, खबर सुप्रभात
बिहार में 9 जुलाई (मंगलवार) को बिहार में सत्ता बदल चुकी है और अब एनडीए सरकार का खात्मा और महागठबंधन सरकार का ताजपोशी होगा। सत्ता से आउट हुए भाजपा नेताओं ने जहां सत्ता उलट फेर के विरुद्ध महाधरना का एलान कर दिया है। वहीं महागठबंधन के नेताओं ने मंत्री मंडल में जगह लेने के लिए होड़ में शामिल हो गये हैं । हला कि महागठबंधन में शामिल बामदल सरकार में शामिल नहीं होगा और सरकार को बाहर से समर्थन देगा। जानकारी के
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अनुसार भाजपा सत्ता से बेदखल होना पचा नहीं रहा है और प्रखंड मुख्यालयों से लेकर पटना तक महाधरना का एलान किया है तथा जनादेश का अपमान बताया है। लेकिन भाजपा के लोग जब 15 के विधान सभा चुनाव में जब महागठबंधन का जनादेश मिला था और तब अचानक जदयू और भाजपा का मेल हुआ और सत्ता परिवर्तन हुआ था उस समय भाजपा द्वारा जनादेश का उलंघन हुआ था या नहीं यह भी भाजपा को याद होना चाहिए। इसके अलावे बिहार से बाहर दुसरे प्रदेश में जहां भाजपा सरकार को उलट फेर में सक्रिय है क्या वहां पर जनादेश का उलंघन हुआ या नहीं? यह भी भाजपा के सामने यक्ष प्रश्न खड़ा है और इसके लिए भी भाजपा को जबाब देना चाहिए।