अम्बा (औरंगाबाद ) खबर सुप्रभात।
कुटुम्बा प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा चल रहे स्वास्थ्य केन्द्रों का वर्षों से मकान मालिक को किराए का भुगतान नहीं किया जा रहा है। मकान मालिक अपने बकाया राशि का भुगतान पाने के लिए महिनों से विभाग का चक्कर लगा रहे हैं जानकारी के अनुसार विभाग का चक्कर लगाते हुए मकान मालिक के पौ फट रहा है जबकि सरकार द्वारा आवंटन उपलब्ध है। ऐसा ही एक मामला कुटुम्बा प्रखंड के देउरा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मकान मालिक देवराज यादव महिनों से अपना किराया भुगतान पाने के लिए कभी स्वास्थ्य विभाग तो कभी बिल्डिंग विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। रेफरल अस्पताल कुटुम्बा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मार्च में भवन अनुपलब्धता प्रमाण पत्र

बर्ष 2010 से मार्च 2022 तक कराने हेतु पत्र लिखा जिसके आलोक में बिल्डिंग विभाग के कार्यपालक अभियंता ने मात्र बर्ष 2022 का अनुपलब्धता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया पुछे जाने पर कार्यपालक अभियंता ने बताये कि सिर्फ करेंट बर्ष का हि अनुपलब्धता प्रमाण पत्र निर्गत किया जा सकता है। पुनः कुटुम्बा रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बिल्डिंग विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर इस बार बर्ष 2005से आजतक का अनुपलब्धता प्रमाण पत्र का मांग किया गया है।

अब सवाल यह उठता है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा कभी बर्ष दो हजार दस से तो कभी दो हजार पांच से अनुपलब्धता प्रमाण पत्र मांगना और कार्यपालक अभियंता द्वारा यह कहना कि करेंट बर्ष का हि अनुपलब्धता प्रमाण पत्र दिया जा सकता है कहां तक उचित है और इसके लिए कौन दोषी है यह एक पहेली बना हुआ है और मकान मालिक अपने बकाया राशि का भुगतान पाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं।