अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
हसपुरा प्रखंड मुख्यालय स्थित कौशल विकास केन्द्र के सभागार में जनवादी लेखक संघ औरंगाबाद के तत्वावधान में वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद अचल की चार पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। पूर्व प्रखंड प्रमुख आरिफ़ रिजवी की अध्यक्षता में उपन्यास ‘सियासत’ का लोकार्पण पूर्व विधायक,कवि व चिंतक एन के नन्दा, हिन्दी कहानी
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संग्रह ‘उछाल ‘, का लोकार्पण एन वाई के निदेशक एन के सिंह, हिन्दी कविता संग्रह ‘मुर्दे हैं हम ‘का लोकार्पण जन शिक्षा बिहार के निदेशक ग़ालिब एवं डॉ. हरेराम सिंह,मगही कहानी संग्रह ‘उड़ान’ का लोकार्पण सुप्रसिद्ध रंगकर्मी व कवि अनिश अंकुर ने किया। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार शंभू शरण सत्यार्थी ने किया। साहित्यकार पवन तनय ने कहा कि अचल जी की कहानियों में यथार्थ आईना की तरह झलकता है। इनकी रचनाएं समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पूर्व विधायक, कवि व चिंतक एन के नन्दा ने कहा कि आज के समाज में लेखकों को कहां खड़ा रहने की जरूरत है। अचल जी ऐसे ही साहित्यकार दिखते हैं। सच्चे साहित्यकार वे होते हैं,जो अपनी रचनाओं के माध्यम आम जनता के साथ खड़े दिखते हैं। सच्चा साहित्यकार कभी चारण नहीं हो सकता।नेहरु युवा केन्द्र भारत सरकार के निदेशक एन के सिंह ने कहा कि अचल जी की रचनाओं से लगता है कि वे एक जन रचनाकार हैं।जिनकी साहित्य संख्या नगण्य होती जा रही है।ग़ालिब ने कहा कि आज देश जिस से काफी संकट के दौर से गुजर रहा है,वैसे समय में अचल जी की रचनाएं रौशनी का काम कर रही है।रंगकर्मी व कवि अनिश अंकुर ने कहा कि आज जिस तरह से साम्प्रदायिकता मुंह बाये खड़ी है। वहां अचल जी आम जनता की ओर से खड़े दिखते हैं। इनकी रचनाओं में जीवंतता स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है।डा . हरेराम सिंह ने कहा कि अचल की रचनाओं में आम आदमी आसानी से देखा जा सकता है। श्री अचल हमेशा आम जनता का नेतृत्व करते नज़र आते हैं। जो विचार राजेन्द्र यादव के सम्पादकीय में मिलता है वही विचार अचल जी की रचनाओं में मिलता है।रंगकर्मी आफताब राणा, इक़बाल अख्तर दिल, जितेन्द्र पुष्प,रवीन्द्र कुमार,श्रीनिवास मंडल,गोपेन्द्र कुमार गौतम, अंबुज कुमार,डा. राजेश कुमार विचारक, नागेश्वर सिंह, मुमताज दानिश,रविनंदन,सन्नाउल्लाह , शाहवाज, जयप्रकाश ने भी अचल जी की रचनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।