जिले में शराब व मादक पदार्थों के फल-फूल रहे कारोबार के लिए उत्पाद अधीक्षक व स्थानीय थाना पुरी तरह से जिम्मेवार


औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा


औरंगाबाद जिले में शराब कारोबारियों तथा मादक पदार्थों के फल-फूल रहे कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हलाकि पुलिस कप्तान द्वारा शराब कारोबारियों एवं मादक पदार्थों के उत्पादन करने वाले के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने का आदेश अपने अधिनस्थ पदाधिकारियों को दिया जाता रहा है। लेकिन पुलिस कप्तान के आदेश के बावजूद जिले में शराब के खेप और मादक पदार्थों का उत्पादन कैसे हो रहा है। बताते चलें कि औरंगाबाद जिले में सभी अंतर्राज्यीय सीमाओं पर चेक पोस्ट बनाया गया है। जगह-जगह छापेमारी भी करने की जानकारी मिलते रहता है। फीर भी जिले में शराब और मादक पदार्थों का उत्पादन कैसे हो रहा है यह एक आश्चर्य का विषय आम अवाम के बीच बना हुआ है। अपने नाम नहीं छापने के शर्तों पर कई लोगों ने बताया कि स्थानीय थाना और उत्पाद विभाग के संरक्षण में ही सबकुछ संभव है। नाम नहीं छापने के शर्तों पर बताया कि रफीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में गंजा के खेती का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने, ग्रामीणों द्वारा स्थानीय थाना और उत्पाद अधीक्षक को जानकारी देने के बावजूद तीन चार दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं होना यह साबित करता है कि शराब कारोबारियों को स्थानीय थाना और उत्पाद अधीक्षक का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण प्राप्त है।जब इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई तब स्थानीय पुलिस हरकत में आई और गांजा के लहलहाते दर्जनों पौधा को विनष्ट किया गया।