अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
वाराणसी-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्माण के तहत ज़िले के औरंगाबाद के देव कुटुंबा नबीनगर प्रखंड के सहित गांवों में किसानों की भूमि के जबरन अधिग्रहण और मुआवज़ा भुगतान में अनियमितताओं के विरोध में आज

भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया गया। किसानों ने मगध प्रमंडल की आयुक्त डॉ. सफीना एएन का पुतला दहन कर आक्रोश जताया। इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई जिला संयोजक बशिष्ठ प्रसाद सिंह ने की। उनके साथ क्रांतिकारी राजकुमार सिंह, कोषाध्यक्ष नरेंद्र राय, जय कुमार शर्मा, बबलू पांडे, किसलय पांडेय, आशीष कुमार, संजय तिवारी, भगत, उपेंद्र राम, शंभू साव, राजकुमार पाल, कमला शर्मा, अभय कुमार, सतीश कुमार, शंकर दयाल शर्मा, मृत्युंजय कुमार, दीपक पासवान, विजय पांडे, विश्वकर्मा मिस्त्री, विश्वनाथ सिंह, पप्पू तिवारी सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कमिश्नर ने जिला में बैठक कर पुलिस बल का प्रयोग कर दस दिनों के अंदर दस किलोमीटर कब्जा करने के लिए कहा है। प्रशासन किसानों से संवाद करने की बजाय पुलिस बल के प्रयोग और दबाव की नीति अपना रहा है। किसानों की ज़मीन पर बिना उचित मुआवज़ा दिए जेसीबी चलाया जा रहा है, जो संविधान और लोकतंत्र दोनों का उल्लंघन है। उसी के विरुद्ध में भारतीय किसान यूनियन के जिला संयोजक वशिष्ठ प्रसाद सिंह के नेतृत्व में किसानों के साथ मगध कमिश्नर का पुतला दहन pnc कंपनी धनीबर के मुख्य द्वार पर किया गया। बशिष्ठ प्रसाद सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को न्याय नहीं मिला, तो यह आंदोलन और उग्र रूप लेगा। “जब तक सभी किसानों को उचित मुआवज़ा इसी जिला इसी प्रखंड में पोला में किसानों को 30620 रुपए का चार गुना ब्याज सहित प्रति डिसमिल भुगतान किया जा रहा है। उसी तर्ज पे भारत माला में औरंगाबाद जिला में मुआवजा देना होगा, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे,” ।