अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
स्व॰ सत्येन्द्र नारायण सिन्हा औरंगाबाद जिले के पोईवा गांव के निवासी थे। उनका जन्म 12 जुलाई 1917 को हुआ था। उनके पिता स्व० अनुग्रह नारायण सिन्हा प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी, महात्मा गांधी के अनन्य सहयोगी और स्वतंत्र भारत में बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री रहे। सत्येन्द्र नारायण सिन्हा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री तथा लखनऊ विश्वविद्यालय से वकालत की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने पटना
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उच्च न्यायालय में वकालत भी की, लेकिन बाद में आजादी की लड़ाई में शामिल होने के बाद वकालत छोड़ दी। भारत के स्वतंत्र होने पर 1950 में जब प्रोविजनल संसद बनी तो वे उसके सदस्य भी बने। वे 1950 से 1952 तक प्रोविजनल संसद के सदस्य रहे।
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फिर जब 1952 में देश में पहला आम चुनाव हुआ तो वे औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद चुने गए। स्व० सिन्हा ने इसके बाद 1957, 1971, 1977, 1980 तथा 1984 में भी औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इस बीच वे कई संसदीय समितियों के भी सदस्य रहे। इसी दौरान वे 1961 से
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1967 तक नवीनगर तथा गोपालगंज से विधायक भी रहे और इसी काल में उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री एवं कृषि मंत्री का पद सुशोभित किया। 11 मार्च 1989 को वे बिहार के 19 वें मुख्यमंत्री बने और उनका कार्यकाल 6 दिसम्बर 1989 तक का रहा। उनका निधन 4 सितम्बर 2006 को पटना में हुआ। बिहार के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके नाम पर कई संस्थाएं संचालित हैं। मगध विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय भी उनका है।