अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
विश्व मनवाधिकार दिवस है और प्रत्येक वर्ष 10 दिसम्बर को ही मनाया जाता हैं। सर्व प्रथम संयुक्त राष्ट्र संघ ने 10 दिसम्बर 1950 को मनवाधिकार घोषित किया था। ये बात मनवाधिकार फाउन्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0शारदा शर्मा ने कहा उन्होने बताया कि मनवाधिकार का उद्देश्य विश्व भर के लोगों को मानवाधिकारों के महत्व के प्रति जागरूक करना

और उसके महत्व के प्रति सजग रहने संदेश देना है। जब तक हम और आप सजग नहीं रहेगें तो हमलोगो को मौलीक अधिकार मिलना संभव नहीं है। हमारा देश भारत मे सर्व प्रथम 28 सितम्बर 1993 में मनवाधिकार का कानून लाया गया था और 12 अक्तूबर 1993 को राष्ट्रिय मनवाधिकार आयोग का गठन किया गया था। यहां तक कि भारतीय संविधान में भाग 3 में मनवाधिकार के उलंघन करने वाले के प्रति कानूनन सजा का प्रवधान है।
अंत में प्रदेश अध्यक्ष डॉ0शारदा शर्मा ने कहा कि अपना माैलिक अधिकार लेने के लिए मनवाधिकार के प्रति सजग और जागरुक रहने की जरुरत है।