हसपुरा संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा
सम्राट अशोक परिवार के तत्वावधान में रामपुर चाय में बुद्ध पूर्णिमा सह धम्म ज्योति बुद्ध विहार के वार्षिकोत्सव पर बुद्ध धम्म परिचर्चा का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता मुखिया प्रतिनिधि बैजू कुमार में यादव ने की जबकि मंच संचालन विनोद कुमार अर्जक ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महामानव बुद्ध की प्रतिमा पर

पुष्पांजलि से हुआ।मंच का उद्घाटन प्रो अलखदेव प्रसाद’अचल’,रुद्र प्रताप कुशवाहा एवं मकरध्वज सिंह विद्रोही ने दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात आगत अतिथियों को बुद्ध प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मकरध्वज सिंह विद्रोही ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री विद्रोही ने कहा कि बुद्ध के विचारों को मिटाने के लिए षड्यंत्र रचा गया, परन्तु आज लोग बुद्ध को पहचानने लगे हैं और अपनाने लगे हैं। मुख्य अतिथि रूद्र प्रताप कुशवाहा ने कहा कि बुद्ध के विचारों पर चलकर ही समाज में शांति स्थापित करने की कल्पना की जा सकती है। मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद’अचल’ ने कहा कि महामानव ने दुनिया को सत्य और अहिंसा जो संदेश दिया था,वह आज भी अनुकरणीय है। बुद्ध के मार्ग पर चलकर ही देश दुनिया में शांति स्थापित की जा सकती है।
इस कार्यक्रम को शिवजन्म कुशवाहा,जयनेन्द्र कुमार, बाबूचन्द्र प्रसाद गौतम धनंजय कुमार अधिवक्ता,रालोजद के वरिष्ठ नेता पप्पू वर्मा, एकलाख खां, रामएकबाल सिंह सहित कई गणमान्य लोगों ने बुद्ध के विचारों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को सफल बनाने में भीम सिंह कुशवाहा, शंभू वर्मा, मनोज मौर्य, कृष्णा कुमार सहित बुद्ध विहार निर्माण कमिटी के सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही।