पटना संवाद सूत्र खबर सुप्रभात
राज्य में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बहाल शिक्षकों को अब खैर नहीं । इस मामले का सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि राज्य में 75हजार शिक्षकों का फोल्डर गायब है। गायब फोल्डर को हर हाल में 3 माह के अंदर उपलब्ध कराने का आदेश देते हुए 7 अगस्त को अगली सुनवाई का तिथि निर्धारित किया है। बता दें कि

फर्जी डिग्रयों के आधार पर नियुक्त शिक्षकों के मामले पर सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने उक्त आदेश जारी किया है। जानकारी के अनुसार सभी गायब फोल्डर निगरानी विभाग को उपलब्ध कराना है। बता दें कि राज्य में फर्जी प्रमाण पत्र पर शिक्षकों की बहाली आंख बंद कर धड़ल्ले से किया गया है और इसमें नियोजन इकाई से लेकर विभागीय अधिकारियों और विचौलियो तथा शिक्षा माफियाओं के एक बड़ा गिरोह शामिल हैं। हला की पटना हाईकोर्ट के आदेश पर निगरानी द्वारा जांच वर्षों से किया जा रहा है लेकिन अभी भी राज्य में लाखों वैसे शिक्षक हैं जिनकी बहाली फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर किया गया है और अभी तक निगरानी के पकड़ से बाहर है और वेतन मद्य में सरकार के खजाने का प्रती माह चुना लगा रहे हैं। आश्चर्य तो यह है कि वैसे फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर हजारों शिक्षक जो एक पारा ग्राफ शुद्ध लिख पाने में सक्षम नहीं है लेकिन टेट परीक्षा पास कर टेट परीक्षा पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। यदि वैसे फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बहाल शिक्षकों का शैक्षणिक सत्र और शिक्षकों का उम्र तथा नियोजन (नियुक्ति) तिथि का गंभीरता से जांच कराने पर बहुत हद तक सच्चाई प्रकाश में आएगा।