पटना खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार के मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से दर्जनों लोगों की मौत से बिहार सरकार के शराबबंदी का असलियत का पोल फिर एक बार खोल कर रख दिया है। मोतिहारी जिला प्रशासन द्वारा मौत के आंकड़े सरकार को भेजे जाने का बात कहा गया है तथा इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार करने का जानकारी जिला प्रशासन द्वारा

दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा मौत के आंकड़े सरकार को भेजे जाने की बात कहा गया है। लेकिन जहरीली शराब से कितने लोगों की मौत हुई है इसकी न्यायिक जांच अथवा उच्च स्तरीय जांच से ही सच्चाई प्रकाश में आएगा। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक सैंकड़ों लोगों को मरने का आशंका जताई जा रही है जबकी मात्र बाइस लोगों को मरने का खबर जिला प्रशासन द्वारा स्वीकार किया गया है। बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से कभी औरंगाबाद कभी छपरा के अलावे अन्य कई जिलों में जहरीली शराब पीने से सैंकड़ों लोगों की मौत होते रहा है और शराबबंदी कानून का असलियत का उजागर होते रहा है। मोतिहारी में हुए जहरीली शराब पीने से जिला प्रशासन द्वारा चौदह लोगों के मौत बताया गया है जबकि कुछ समाचार पत्रों में 23 लोगों को मरने की ख़बर बताया जा रहा है जबकि सूत्रों से मिल रहे जानकारी के अनुसार मरने वालों की संख्या बढ़ते जा रही है और सैंकड़ों लोगों को मरने का आशंका ब्यक्त किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जिले के तुरकौलिया एवं हरसिद्धि थाना क्षेत्र में जहरीली शराब का बनाया गया था। अब सवाल उठता है कि उक्त थाना क्षेत्रों में जब जहरीली शराब का निर्माण हो रहा था तो फिर जिला प्रशासन को इसकी भनक क्यों नहीं मीली और जिला प्रशासन आखिर कर क्या रहा था यह भी एक गंभीर मामला है।