आलोक कुमार, केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात
देश के संसद में बजट का दुसरा चरण का सत्र आज पांचवें दिन भी पक्ष और विपक्ष के बीच जारी टकराव के कारण नहीं चल सका। संसद के कार्यवाही जैसे ही 11बजे प्रारंभ हुआ सत्तारूढ़ भाजपा ने राहुल गांधी से माफी मांगने के सवाल पर अड गया वहीं विपक्षी दलों ने अडानी मामले में सरकार से

जेपीसी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करने लगे। सत्तारूढ़ दलों एवं विपक्षी दलों के बीच हंगामे के कारण संसद सत्र मात्र 21मीनट में ही स्थगित हो गया। इसके बाद 16विपक्षी दलों के सदस्यों ने एकसाथ संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अडानी मामले में जेपीसी गठित करने के मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। बताते चलें कि संसद में बजट सत्र के दुसरे चरण का कार्यवाही 14मार्च से आज तक एक घंटा भी नहीं चल सका है जबकि संसद सत्र के नाम पर करोड़ों रुपए का चूना लग गया। बता दें कि संसद के कार्यवाही के दौरान एक मिनट में ढाई लाख रुपए खर्च आता है लेकिन इसकी चिंता न तो सत्तारूढ़ दल को है और नहीं विपक्षी दलों को। बता दें कि 14 मार्च को लोक सभा 4मिनट और राज्य सभा 11मिनट , 15मार्च को लोकसभा 4मिनट और राज्यसभा 16मिनट , 16मार्च को लोकसभा 3.30मिनट और राज्यसभा 4मिनट , 17मार्च को लोकसभा 21मिनट और राज्यसभा 14मिनट ही चल सका। इस संबंध में सत्ता रुढ दलों के सदस्यों को कहना है कि संसद में सबसे पहले ब्रिटेन में राहुल गांधी द्वारा दिए गए ब्यान के लिए माफी मांगे वहीं कांग्रेस सहित 16विपक्षी पार्टी के सदस्यों ने अडानी मामले में जेपीसी गठित कर जांच कराने के मांग को लेकर हंगामा किया। कांग्रेस के नेताओं को कहना है कि 2015मे उत्तर कोरिया और चीन में प्रधानमंत्री नरेंद्र अपने भाषण में जो भारत में जन्म लेने का एक कलंक और दुर्भाग्य बताया गया था उसके लिए प्रधानमंत्री को माफी मांगना चाहिए। विपक्षी सदस्यों का आरोप है कि सरकार अडानी मामले को दबाना चाहती है और इसीलिए वह देश के जनता को ध्यान से भटकाने के लिए राहुल गांधी का मुद्दा बनाकर संसद के कार्यवाही बाधित कर रही है।