आलोक कुमार केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात
सत्तारूढ़ दल के औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर ने खबर सुप्रभात से एक भेंट वार्ता में कहें कि औरंगाबाद के जिलाधिकारी के आदेशानुसार सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का प्रत्येक बुधवार को सप्ताहिक जांच करने का निश्चित रूप से एक सराहनीय कदम है। लेकिन जांच के पहले ग्रामीणों को यह जानकारी मिलना चाहिए कि आज हमारे यहां जांच होने वाला है ताकि ग्रामीण जांचकर्ता के समक्ष कमी कमजोरी सही ढंग से रख सकें। ऐसा नहीं

होने से जांच महज खानापूर्ति साबित हो रहा है। विधायक ने आगे बताते कि लोकतंत्र का तकाजा है कि जनप्रतिनिधि और पत्रकार इमानदारी से समाज को जागरूक करें तथा संभावित गड़बड़ी के लिए चेतावनी दे ताकि होने वाले गड़बड़ी को रोका जा सके और गड़बड़ी करने वाले लोगों पर कारवाई शुनिश्चित हो सके। उन्होंने एक सवाल के उत्तर में बताये की बिहार में गठबंधन की सरकार स्थिर और मजबूत हैं मुख्यमंत्री जैसे ही स्वस्थ होंगे उप चुनाव में प्रचार करने जायेगें। विधायक ने भाजपा पर दुष्प्रचार कर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहे कि भाजपा द्वारा दुष्प्रचार से सरकार पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता द्वारा आपको मंत्री बनाने का मांग मिडिया के माध्यम से किये हैं के जवाब में कहें कि यह पार्टी के हाई कमान का मामला है और हमलोग पार्टी के सिपाही हैं। औरंगाबाद जिले के सभी छह विधायक महागठबंधन के ही हैं और यह संभवत नहीं है कि सभी मंत्री बनेंगे। फिलहाल मैं संतुष्ट और प्रसन्न हुं। उन्होंने औरंगाबाद परिषद बाजार में राजा नारायण सिंह पार्क में लगे राष्ट्रध्वज को गायब होने का सवाल पर फौरन राष्ट्रध्वज लगाने का आदेश नगर पंचायत को मोबाइल फोन से दिये।