अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात
औरंगाबाद जिला मुख्यालय स्थित अनुग्रह स्मारक भवन में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डा०श्रीकृष्ण सिंह का 135वां जयंती समारोह जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने डा० श्रीकृष्ण सिंह के

तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहे कि डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह का जयंती समारोह डा० अनुग्रह स्मारक भवन में मनाना गर्भ और स्वाभिमान का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह के ब्यक्तित्व से लोग प्रभावित होकर बिहार के लोग उन्हें प्यार से श्री बाबू कहा करते थे। श्री बाबू को किसी जाती के दायरे में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने आजादी के लड़ाई में उल्लेखनीय भूमिका निभाई तथा इस क्रम में अनेकों बार जेल के हवा भी खाते रहे। अन्य वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहें कि आजादी के बाद श्री बाबू बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में बिहार के नवनिर्माण में आजीवन अपने आप को समर्पित कर दिये थे। जमींदार प्रथा उन्हीं के कार्यकाल में समाप्त हुआ था। तथा बड़े बड़े कल कारखानों के स्थापित कराने, शिक्षा स्वास्थ्य बिजली और सिंचाई के ब्यवस्था कराने में उनकी सरकार उल्लेखनीय कार्य किया था। खाद्यान्न के मामले में भी प्रदेश को उन्होंने आत्मनिर्भर बनाने का कार्य श्री बाबू ने ही किया था। आज उनके ब्यक्तित्व का सभी लोगों को अनुकरण करना चाहिए।

इस अवसर पर रामविलास सिंह, चुलबुल सिंह,उदय पासवान,मदन प्रसाद सिंह, सूर्यदेव यादव, रामाधार शर्मा, रवि सिंह, मृत्युंजय सिंह, उपेन्द्र सिंह शैलेंद्र मिश्र सैल , राम बलम सिंह, मारुत पाण्डेय, नागेन्द्र सिंह, सत्येन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।