औरंगाबाद खबर सुप्रभात
औरंगाबाद जिले का इतिहास में आन -बान -शान के साथ स्वतंत्रता सेनानी राजा नारायण सिंह का नाम स्वर्ण अक्षरों से अंकित है। लेकिन जिले में स्वतंत्रता सेनानी राजा नारायण सिंह का नाम राजनैतिक रूप से उपेक्षित रहा है। हाल के वर्षों में जिले के कुछ प्रबुद्ध एवं प्रगतिशील लोगों के प्रयास से रमेश चौक स्थित परिषद बाजार के प्रांगण में उनके नाम पर एक छोटा सा लेकिन आकर्षक पार्क का निर्माण कराया गया और राजा नारायण सिंह का प्रतिमा भी लगाया गया।

पार्क में स्वतंत्रता सेनानी राजा नारायण सिंह के सामने राष्ट्रध्वज चौबीस घंटे फहरते रहता था। स्वतंत्रता सेनानी का प्रतिमा और राष्ट्रध्वज आमलोगों को देशभक्ति का अलख जगा रहा था लेकिन दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि यहां से देखते ही देखते पार्क से राष्ट्रध्वज लोगों के नजर से ओझल हो गया और मात्र राष्ट्रध्वज का खम्भा बचा हुआ है। लेकिन इसकी चिंता नही शासन -प्रशासन को है और नहीं नगरपरिषद तथा जिला परिषद को। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मिडिया भी लगता है अभी तक अनभिज्ञ हैं जबकि यह स्थल शहर के हृदय स्थल माना जाता है और यहां से गुजरने के बाद ही शहर के अन्य भागों में जाने का मुख्य रास्ता है। मैं समझता हूं कि आखिर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मिडिया अनभिज्ञ हैं तभी तो नहीं संवाद प्रकाशित हुआ और नहीं प्रसारित हुआ यदि हुआ भी होगा तो मुझे नहीं मालूम।

इस संबंध में रामाधार शर्मा कहते हैं कि नगर परिषद चुनाव न होने का असर है , सूर्यदेव यादव को मनना है की ब्यवस्था का दोष है, उपेंद्र सिंह इसारा करते हुए कहते है की गेट भी गायब कर दिया गया , उदय पासवान कहते है की कुछ दिनो में यहां से बेंच भी कही और ले जायेगा , वॉचमैन डरते हुए कहता है हमसे कुछ न पूछिए , हम ठेकेदार शाहब को बोले थे , जितेंद्र सिंह भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहते है की चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात।