अम्बा (औरंगाबाद) खबर सुप्रभात
औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखंड में पीडीएस दुकानदारों द्वारा गरीबों को मिलने वाले सस्ते दरों पर तथा मुफ्त में मिलने वाले राशन आपुर्ती योजना पुरी तरह से भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ कर दम तोड रहा है तथा गरीब जो राशन के वास्तविक हकदार हैं वे राशन से बंचीत होकर गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है। इस संबंध में अजय कुमार मेहता पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या 17 ने राशन के गमन करने तथा वजन में भी कम देने का मामले से संबंधित जब कुटुम्बा के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (एम ओ ) से शिकायत किते और जांचोपरांत पीडीएस दुकानदारों पर कारवाई शुनिश्चित करने का मांग किये तो एम ओ पंचायत समिति के सदस्यों के शिकायत और जांचोपरांत कारवाई करने का मांग को नजर अंदाज किये जिसकी शिकायत पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार मेहता ने जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को पत्र लिखकर गुहार लगाते हुए जांचोपरांत शक्त कारवाई शुनिश्चित करने का मांग किये हैं।

पंचायत समिति सदस्य ने जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र का प्रति खबर सुप्रभात को उपलब्ध कराते हुए बताये की यदि जिलाधिकारी के स्तर से भी जांचोपरांत कारवाई नहीं होता है तो एक मात्र विकल्प जन आंदोलन का है और मजबुर होकर लोग जन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन पर होगा। पंचायत समिति सदस्य अजय कुमार मेहता ने बिफरते हुए कहे कि पीडीएस में धांधली और भ्रष्टाचार तथा काले बजारी इस कदर व्याप्त है कि दशहरा जैसे प्रमुख त्योहार के अवसर पर भी गरीबों को राशन नहीं मिला और गरीब दाने दाने के लिए मुहताज होकर मिडिया के दफ्तरों तथा जन प्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे थे। लेकिन जनप्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन शर्मींदगी का सभी सीमाओं को पार कर चुकी है और उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। यदि स्थिति यही रहा तो हमारे जैसे जनप्रतिनिधियों को समाज में चेहरा देखाना भी शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि चुनाव में जब प्रतिनिधि वोट मांगने जाते हैं तो अपने आप को जन सेवक होने का परिचय देते है और जब चुनाव जित जाते हैं तो मालीक (जनता) चूल्हे भाड में और जनसेवक (जनप्रतिनिधि) चमचमाती हुई काले शीशे वाले कार में।