औरंगाबाद संवाद सूत्र , खबर सुप्रभात
औरंगाबाद जिले के दक्षणी क्षेत्र देव , मदनपुर, कुटुम्बा, नबीनगर प्रखंड में किसान सुखे के मार झेल रहे हैं। किसानों का भदेया फसल समय पर बर्षा नहीं होने से मारा जा चुका है और धान के बुवाई भी कहीं 5- 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होने का खबर प्राप्त हो रहा है। सरकार और जिला प्रशासन का आंकड़ा चाहे जो भी बता रहा हो लेकिन असलियत यही है कि किसान आज सुखे के चपेटे में हैं। आहर पोखर भी सुखा पड़ा हुआ है।

बता दें कि इन इलाकों में सिंचाई के ब्यवस्था पुरी तरह से बिजली से निर्भर करता है, यहां तक कि बर्षा नहीं होने से पेयजल श्रोत भी जबाब दे चुका है घरों में लगे चपा कल , समर सेबल , यहां तक कि बिजली आपूर्ति बाधित रहने से नल जल योजना भी पेयजलापूर्ति नहीं कर पा रहा है। सबसे खराब और दयनिय स्थिति कुटुम्बा प्रखंड के दक्षिणी क्षेत्रों में है चुके इन क्षेत्रों में हरदत्ता बिजली ग्रीड के महराजगंज फिडर से लगातार बिद्युत आपुर्ती बाधित रहा करता है और सिकायत के बावजूद भी अधिकारियों और कर्मचारियों को कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। वैसे में इस इलाके में रहने वाले प्रायः सभी तबकों का जन जिवन अस्त व्यस्त हो गया है।बता दें कि पिछले 4अगस्त को औरंगाबाद में योजना

भवन के सभा कक्ष में राज्य के संयुक्त सचिव तथा औरंगाबाद के प्रभारी सचिव श्री चैतन्य प्रसाद के उपस्थिति में जिला प्रशासन एवं सभी विभागीय अधिकारियों का एक समीक्षा बैठक संपन्न हुई थी जिसमें सुखे के मार से निपटने के लिए समीक्षा किया गया था। बिजली आपूर्ति नियमित बहाल रखने पर भी बल दिया गया था लेकिन बिजली विभाग का स्थिति है कि जग सुधरेगा लेकिन हम नहीं सुधरेंगे का चरितार्थ साबित कर रहा है। सबसे खराब स्थिती कुटुम्बा प्रखंड के हरदत्ता बिजली ग्रिड के महराजगंज फिडर का है। यहां स्थित यह है कि बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारी और कर्मचारियों के दया दृष्टि से बिजली आपूर्ति हुआ करता है उनके मर्जी का आलम यह है कि 15अगस्त से नियमित बिजली आपूर्ति बाधित है और इस वजह से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है तथा ग्रामीण बुंद बुंद पेयजलापूर्ति के लिए तड़प रहे हैं।