औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के उतरी उमगा पंचायत में गरीबों से प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर बिचौलिए तथा वार्ड सदस्य द्वारा वसुले गये राशि को वापस लौटा दिया गया है और अब किसी का सिकायत नहीं है। उक्त जानकारी उतरी उमगा पंचायत के मुखिया बिवेक ने खबर सुप्रभात से मोबाइल फोन पर बातचीत के क्रम में बताये। उनसे जब पूछा गया कि चार से पांच दिनों में कारवाई करने का बात आपके द्वारा कहा गया था के जबाब में संतोषजनक जबाब न दे सके। वहीं माकपा के मदनपुर प्रखंड कमिटी के सचिव बीरेंद्र प्रसाद नें खबर सुप्रभात को बताये कि मुखिया द्वारा सिर्फ बरगलाया जा रहा है । पिछले दिनों समाहरणालय के घेराव के क्रम में जिलाधिकारी के अनुपस्थिती में भुमि सुधार उप समाहर्ता से प्रतिनिधि मंडल द्वारा भी ध्यान आकृष्ट कराया गया था और उन्होंने कारवाई करने तथा जिलाधिकारी तक सिकायत पहूंचाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक कारवाई नहीं होने से अधिकारियों पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने शराब से हुए मौत के बाद कहे थे कि शराब झारखंड से आ रहा है यह भी एक गंभीर मामला है। माकपा नेता नें जिलाधिकारी के ब्यान पर भी आश्चर्य ब्यक्त करते हुए कहा कि आखिर जिला प्रशासन को यदि जानकारी है कि झारखंड से शराब आ रहा है तो इसके लिए आखिर जिम्मेवार कौन है ? उन्होंने कहा कि एक तरफ जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल कहते हैं कि शराब झारखंड से आ रहा है दुसरी तरफ पुलिस अधीक्षक श्री कांतेश मिश्र ने खुलासा किया है कि शराब गया से आनलाइन मंगाया गया था। पुलिस अधीक्षक द्वारा किये ग्रे खुलासा से असमंजस का स्थिति बना हुआ है। यदि स्थिति यही रहा और कारवाई के बदले जांच के नाम पर लिपापोती होते रहा तो बाध्य होकर बाम मोर्चा तिखे आंदोलन के लिए शंखनाद करेगा।